विस में मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग,सत्ता पक्ष ने विपक्ष को बताया पाकिस्तान और चीन का दलाल

विधानसभा के मानसून सत्र का पांचवा दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ गया…मंत्री विजय शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष का हंगामा प्रश्नकाल के दौरान शुरू हुआ हंगामा ध्‍यान आकर्षण तक आते ही आसंदी तक पहुंच गया। दरअसल, प्रश्‍नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने जैसे ही गैस राहत विभाग से जुड़ा अपना सवाल पूछा। वैसे ही सवाल का जवाब देने के लिए सदन में आए मंत्री विजय शाह को लेकर हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष के हंगामे को पहले अध्‍यक्ष ने शांत कराने की कोशिश की। हंगामे के बीच विधानसभा को कुछ समय के लिए स्‍थगित किया गया। जब दोबारा विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। तब बीजेपी विधायक भूपेंद्र सिंह के ध्‍यान आकर्षण के सवाल और उसके जवाब के बीच में जमकर हंगामा होता रहा। इस जोरदार हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चार अगस्‍त के लिए स्‍थगित कर दी गई। सदन में विपक्ष ने सेना के अपमान करने को लेकर मंत्री विजय शाह का इस्‍तीफा मांगा। इस दौरान आक्रामक हो रहे विपक्ष को भी सत्‍ता पक्ष ने जोरदार जबाव दिया। संसदीय कार्यकमंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक भूपेंद्र सिंह ने विपक्ष के नेताओं को पाकिस्‍तान और चीन का दलाल तक बता दिया…सदन के बाहर आकर मंत्री विश्‍वास सारंग ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज गैस राहत जैसे संवेदनशील विषय पर सवाल था उस पर कांग्रेस ने हंगामा कर दिया। जो विषय हाईकोर्ट में है उसे जबरन कांग्रेस सदन में उठा रही। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा में पाकिस्तान और चीन की भाषा बोल रहे। उनके बयानों से सेना का मनोबल कमजोर हो रहा। इस लिहाज से तो कांग्रेस के नेताओं को सदन में आने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। वहीं बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी कहा कि विपक्ष और राहुल गांधी पाकिस्‍तान की भाषा बोलता है…कांग्रेस के नेता जब इस तरह की भाषा बोलेंगे, तो एमपी के नेताओं से क्‍या उम्‍मीद की जा सकती है…नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकदल ने जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह की बर्खास्तगी की मांग को लेकर सदन में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उमंग सिंघार का कहना है कि मंत्री विजय शाह पर सेना और कर्नल सोफिया कुरैशी का सार्वजनिक रूप से अपमान करने का गंभीर आरोप है। लेकिन इसके बावजूद सरकार द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सत्र की कार्यवाही प्रारंभ होते ही कांग्रेस विधायकों ने विजय शाह को मंत्रिपद से हटाने की मांग उठाई। जब विपक्ष को इस विषय पर बोलने का अवसर नहीं दिया गया तो सभी विपक्षी विधायक सदन के भीतर ही धरने पर बैठ गए। सदन से वॉकआउट करने के बाद जब दोबारा कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस विधायक अपनी मांग पर अड़े रहे। विपक्ष के विरोध के चलते अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी। उमंग सिंघार ने सदन के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस विजय शाह के इस्तीफे की मांग कर रही। बीजेपी क्‍या हाई कोर्ट से बड़ी हो गई। हाईकोर्ट ने भी कहा है कि विजय शाह का यह बयान कतई माफी योग्य नहीं है, फिर भी बीजेपी के नेता विजय शाह का बचाव कर रहे हैं कांग्रेस नेताओं को पाकिस्तान और चीन का दलाल बताए जाने पर उन्‍होंने कहा कि बीजेपी विषय को भटकाने का काम कर रही है । सीज फायर क्यों हुआ यह हम पूछ रहे। पूरे देश की जनता का मन था कि पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए  जाए और पीओके हमारा हो। बीजेपी ने देश की भावना नहीं समझी। विपक्ष ने सेना और एक महिला कर्नल का अपमान के मामले को मुद्दा बनाया। सदन के बाहर खाद पर प्रदर्शन किया। लेकिन सदन के अंदर मंत्री विजय शाह के इस्‍तीफे की मांग को लेकर जोरदार हंगामा किया। विपक्ष इसे पूरे देश की भावनाओं से जोड़ रही। लेकिन सरकार ने इसे कानूनी मामला बताया। मामला कोर्ट में विचाराधीन है और कोर्ट के फैसले का सरकार पालन करेगी। विजय शाह के मामले में विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा। अब जब फिर से मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू होगी, तब भी विपक्ष का कहना है कि इस मांग को फिर सदन में उठाएंगे। यानि ये मामला अब जब तक सदन चलेगा तब तक गरमाया रहने वाला है इसमें कोई दो राय नहीं

मनोज राठौर 

 

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