नर्सिंग फर्जीवाड़ा: जितनी ज्यादा कमियां उतनी ज्यादा रिश्वत,पटवारी से लेकर डिप्टी SP तक लिप्त

भोपाल। नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में CBI की रेड से जुड़ी बड़ी ख़बर सामने आ रही है। CBI की FIR में खुलासा हुआ है कि फर्जीवाड़े में पटवारी से लेकर CBI के डिप्टी SP तक लिप्त हैं। CBI के डिप्टी SP आशीष प्रसाद समेत कुछ चार अफसरों को आरोपी बनाया गया है। पूरे रिश्वत कांड के मामले में 23 लोगों को CBI ने आरोपी बनाया है। अब तक मामले में 13 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

नर्सिंग घोटाले में रिश्वत कांड के मामले में सीबीआई ने अफसरों के कार्टर का खुलासा किया है। नर्सिंग कॉलेज के मालिकों से वसूली के लिए सीबीआई के अफसर ने दलाल बनाए थे। मामले में हर नर्सिंग कॉलेज से 2 से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेने का खुलासा हुआ है। निरीक्षण में शामिल पटवारी को भी वसूली में शामिल किया था। जांच दल में शामिल पटवारी को भी 5 हज़ार से 20 हज़ार तक की रिश्वत दी जाती थी।

25 हज़ार से 50 हज़ार तक दल में शामिल नर्सिंग ऑफिसर को दिए जाते थे। इंस्पेक्टर राहुल राज ने अपने राजस्थान में रहने वाले दोस्त को भी दलालों की सूची में शामिल किया था। रिश्वत के तौर पर रतलाम से 400 ग्राम सोना शुद्ध बुलाया गया था। इंस्पेक्टर राहुल राज CBI की पूरी जानकारी शेयर करता था और मीटिंग करता था। कमियों के आधार पर रिश्वत की राशि तय होती थी, जितनी ज्यादा कमी उतनी ज्यादा रिश्वत।

 

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