भोपाल, विवेक राणा। मध्य प्रदेश में तीसरे और चौथे चरण का मतदान होना है। वहीं राहुल गांधी भी पूरी चुनावी ताकत मध्य प्रदेश के कई लोकसभा सीटों पर झोंकते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि राहुल गांधी की यात्रा कई लोकसभा सीटों से होकर गुजरी है, जहां राहुल ने किसान ,युवा, महिला तमाम लोगों से चर्चा भी की थी। देखते हैं ये रिपोर्ट, राहुल कितने सफल हो पाते हैं मध्य प्रदेश में।
एमपी में बढ़ाए जा रहे दौरे
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कांग्रेस लीडरशिप के एमपी में दौरे बढ़ाए जा रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी थर्ड फेज में तीन बार मप्र आएंगे। 30 अप्रैल को राहुल गांधी भिंड के दौरे पर रहेंगे, इसके बाद वे 6 को झाबुआ और 7 मई को बड़वानी के दौरे पर आएंगे। वहीं राहुल गांधी के तूफानी दौरे है, जो प्रदेश में देखने को मिल रहे हैं। हालांकि राहुल पूरी ताकत अपनी बहन प्रियंका गांधी के साथ झुकते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि जहां देश और प्रदेश में मोदी लहर वहीं कांग्रेस के तमाम लीडर कोशिश पर लगे हैं, कि प्रदेश की कुछ लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा बना रहे, हालांकि राहुल और प्रियंका दोनों ही नेता लगातार मध्य प्रदेश के दौरे पर देखने को मिल रहे हैं। वहीं लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी प्रदेश की कई लोकसभा सीटों से भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली थी ,कांग्रेस के नेता कयास लगा रहे हैं कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा और राहुल गांधी की सभाओं का चुनावी संग्राम में असर देखने को मिलेगा। हालांकि 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले राहुल की यात्रा प्रदेश के कई सीटों पर होकर गुजरने के बावजूद भी कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा और सभा जहां-जहां हो रही है वहां कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से जीत मिलेगी।
वहीं 2 साल पहले से ही बीजेपी पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी पर लगी हुई है। हालांकि बीजेपी के बड़े नेता प्रदेश की 29 लोकसभा सीट पर कमल का फूल कैसे खेली, जिसके लिए माइक्रो मैनेजमेंट भी तैयार किया गया है। हालांकि देश और प्रदेश में जहां कई राज्यों में बीजेपी सरकार है। वही प्रदेश में डबल इंजन की सरकार लगातार काम कर रही है। हालांकि बीजेपी पार्टी ने बड़े नेताओं को अलग-अलग लोकसभा सीट की जवाबदारी भी दी है। हालांकि बीजेपी का कहना है कि जहां-जहां राहुल गांधी के पैर पड़े हैं वहां कांग्रेस पार्टी को हर का सामना करना पड़ा है।
जहां बीजेपी के दिग्गज नेता ताल ठोक कर 29 लोकसभा सीटों में जीत के दावे कर रहे हैं। तो वही कांग्रेस भी राहुल गांधी की यात्रा और दौरे को लेकर जीत की आस पर लगे है। अब देखना होगा कि राहुल की यात्रा और दौरे कांग्रेस पार्टी को कितना सफल बनाते हैं। क्या 24 के चुनावी संग्राम में राहुल फेल होते हैं या पास।