Liquor Scam Case : कोर्ट में पेश हुए कवासी लखमा, मेडिकल कराने के बाद न्यायालय लेकर पहुंची ED

रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाला मामले (Chhattisgarh liquor scam) में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है। दरअसल, आज एजेंसी ने दो बार लखमा और उनके बेटे हरीश को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद कवासी लखमा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। (Chhattisgarh liquor scam)

कोर्ट में किया पेश

गिरफ़्तारी के बाद कवासी लखमा को जस्टिस अतुल श्रीवास्तव की अदालत में पेश किया गया है। उनके साथ उनके बेटे हरीश लखमा भी कोर्ट पहुंचे हुए हैं। इससे पहले ईडी के दफ्तर में प्रवेश करने से पहले लखमा ने मीडिया से कहा था कि आज पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जिसके चलते आया हूं। देश कानून के हिसाब से चलता है, यदि कानून के हिसाब से बुलाएंगे, तो मैं 25 बार आऊंगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि ED के अधिकारी जो सवाल करेंगे उसका जवाब दूंगा। (Chhattisgarh liquor scam)

शराब घोटाल केस : पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार, पूछताछ के लिए पहुंचे थे ED दफ्तर

बता दें कि पूर्व की भूपेश सरकार के समय हुए शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर रेड मारी थी। इस कार्रवाई में ED को नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद दोनों को 3 जनवरी को पूछताछ के बाद छोड़ा गया था।

क्या है शराब घोटाला?

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले की जांच कर रही ED ने ACB (एंटी करप्शन ब्यूरो) में FIR दर्ज कराई है, जिसमें दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ईडी ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के समय IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।

एसीबी के मुताबिक साल 2019 से लेकर 2022 तक शराब की सरकारी दुकानों से अवैध शराब को डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची जा रही थी। जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ था।

 

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