ग्वालियर| ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के बाद देशभर की बहनों ने सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए अपने प्रेम और आशीर्वाद को राखी के रूप में भेजा है। महाराष्ट्र के शिरडी से शुरू हुई यह अनोखी ‘राखी यात्रा’ देश के अलग-अलग राज्यों से होती हुई जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ रही है।
इस यात्रा में शामिल लोग शिरडी की महिलाओं की राखियां लेकर निकले थे, लेकिन जैसे-जैसे यह काफिला महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से गुजरा, वैसे-वैसे बहनों ने प्रेम का यह धागा सैनिकों तक पहुँचाने के लिए और राखियां भेंट कीं।ग्वालियर में ‘मराठा बोर्डिंग’ के दौरान इस काफिले का भव्य स्वागत हुआ। यहाँ सैनिकों के शौर्य, पराक्रम और वीरता की झांकियों से सजे वाहन लोगों का ध्यान खींच रहे थे। काफिला अब दिल्ली होते हुए जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हो गया है।
काफिले में शामिल लोगों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने देशवासियों का उत्साह कई गुना बढ़ा दिया है। वे चाहते हैं कि रक्षाबंधन के पावन पर्व पर देश की रक्षा करने वाले हर जवान की कलाई सुनी न रहे। यही कारण है कि अब उनके पास लाखों राखियां एकत्रित हो चुकी हैं।
रक्षाबंधन के दिन श्रीनगर पहुँचकर यह यात्रा वहां तैनात सैनिकों को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत देशभर की बहनों की राखियां बांटेगी। यह सिर्फ राखी नहीं, बल्कि देश की बहनों का आशीर्वाद और सैनिकों के प्रति अटूट प्रेम का प्रतीक होगी।
प्रहलाद सेन, संवाददाता, ग्वालियर