पुलिस की गिरफ्त में आया एक और अफगानी…पूछताछ में साजिश होगी बेनकाब !

जबलपुर| मध्यप्रदेश के जबलपुर में फर्जी पासपोर्ट रैकेट मामले में अब नई जानकारियां सामने आ रही है… ATS (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड) ने इस मामले में अब एक और अफगानी नागरिक अकबर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। वह पिछले 20 वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रहा था और फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए पासपोर्ट हासिल कर चुका था।

   

लगातार दूसरे अफगानी की गिरफ्तारी
इससे पहले शनिवार को एटीएस ने सोहबत खान नामक अफगानी नागरिक समेत चार अन्य लोगों को जबलपुर से गिरफ्तार किया था। यह सभी आरोपी फर्जी पते, आधार कार्ड और भारतीय पहचान दस्तावेजों के ज़रिए पासपोर्ट बनवाने में शामिल थे।

पकड़े गए पांच आरोपियों के नाम:
1. सोहबत खान – अफगानी नागरिक
2. अकबर – अफगानी नागरिक (गिरफ्तारी: पश्चिम बंगाल)
3. महेंद्र कुमार – निवासी कटंगा, जबलपुर
4. दिनेश गर्ग – निवासी विजय नगर, सरकारी कर्मचारी
5. चंदन सिंह – निवासी रामपुर, जबलपुर

अधिकारियों ने रचा था जाल
जांच में सामने आया है कि सरकारी कर्मचारी दिनेश गर्ग, महेंद्र कुमार और चंदन सिंह की मदद से अफगानी नागरिकों के लिए आधार कार्ड और अन्य पहचान दस्तावेज बनाए गए, जिनके आधार पर फर्जी पासपोर्ट बनवाए गए। इतना ही नहीं, एक फर्जी पासपोर्ट बनवाने के लिए 10 लाख रुपये तक की डील की जा रही थी।

अंतरराज्यीय लिंक, कई राज्य चपेट में
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि जबलपुर से बने फर्जी पासपोर्ट का उपयोग कर चुके लगभग 10 अफगानी नागरिक अभी बंगाल, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में रह रहे हैं। ATS जल्द वहां भी कार्रवाई कर सकती है।

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कोर्ट में पेशी से पहले मेडिकल जांच
पकड़े गए सभी पांचों आरोपियों को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। ये सारी धड़पकड़ सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी और उनके सूचना तंत्र की कामयाबी का नतीजा भले ही है लेकिन इस गोरखधंधे ने कई सवालों को भी जन्म दिया है…मसलन कि पकड़े गए दोनो अफगान नागरिक भारत क्यों आए…भारत आने के पीछे इनका क्या मकसद था…कई-कई सालों से भारत में बेखौफ और बिंदास रह रहे सोहबत और अकबर पर किसी की निगाह क्यों नहीं गई…बिना स्थानीय मदद के इनका सालों से जबलपुर में रहना मुमकिन नहीं था…फर्जी पास्पोर्ट और जाली दस्तावेजों के जरिए अफगान नागरिकों को भारत लाने के पीछे इनकी मंशा क्या थी…ये सारे सवाल है जो पुलिस गिरफ्त में इनसे जरूर पूछे जा रहे होंगे और पूछताछ में किसी बड़ी और गहरी साजिश का खुलासा होगा इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।

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