भोपाल ब्यूरो।
मध्यप्रदेश के बहुचर्चित मछली परिवार मामले में एक और पीड़ित सामने आया है। दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष राजेश तिवारी ने आरोप लगाया है कि 2016 में दुर्गा पंडाल में शारिक मछली का फोटो न लगाने पर उनके साथ मारपीट की गई और उन पर ही हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
राजेश के मुताबिक, 2021 में नेहरू चौराहे से शारिक मछली और उसके साथियों ने लाल रंग की थार गाड़ी में उनका अपहरण किया। उनके साथी के विरोध करने पर उस पर रिवॉल्वर तान दी गई। पीड़ित ने बताया कि उन्हें कोकता ले जाया गया, वहां ड्रग्स दी गई और बुरी तरह मारपीट की गई। इस दौरान उनके बैंक अकाउंट से ₹50 हजार रुपये भी निकाल लिए गए।
राजेश तिवारी का दावा है कि कोकता में एक लड़की को घसीटकर कमरे में बंद किया गया और वहां से अन्य लड़कियों की चीखने की आवाजें भी आ रही थीं। उन्होंने सबूतों के साथ शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई FIR दर्ज नहीं की साफ तौर पर पीड़ित राजेश तिवारी ने अपहरण, ड्रग्स देकर मारपीट और लड़कियों को कमरे में बंद करने के आरोप भी लगाए हैं।
अब राजेश तिवारी के द्वारा खोले गए इन बड़े राजों से ये बहुचर्चित मछली केस आगे क्या मोड़ लेता है ये तो देखने वाली बात होगी पर अब इस केस ने सभी को ये सोचने पर मजबूूर कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, कानून से ऊपर नहीं है। अब सवाल यह है कि पुलिस और प्रशासन इन गंभीर आरोपों पर कितनी तत्परता और निष्पक्षता से कार्रवाई करते हैं। जनता की नज़र इस पूरे मामले पर टिकी हुई है, और आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि क्या सच सामने आता है और न्याय किसे मिलता है।
मनोज राठौर, BSTV संवाददाता, भोपाल…