Bhopal Machhli Family: ड्रग्स और अवैध हथियारों के धंधे में कुख्यात हो चुका मछली परिवार अब एक नए विवाद में घिर गया है। इस बार मामला है सरकारी जमीन पर कब्जे और करोड़ों की कॉलोनियां खड़ी करने का।
प्रशासन की कार्रवाई में जब अवैध निर्माण ढहाए गए तो परत-दर-परत सामने आया कि भूमाफियाओं से मछली परिवार का गहरा गठजोड़ है। सवाल यह भी है कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद शारिक मछली पर अब तक एफआईआर क्यों नहीं हुई।
जमीन पर कब्जे का आरोप
ड्रग्स और अवैध हथियार तस्करी मामलों में फंसे मछली परिवार पर अब नए आरोप लगे हैं। करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा कर प्लॉट काटकर बेचने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि शारिक मछली पर अब तक कोई FIR दर्ज नहीं हुई, जबकि उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर जांच चल रही है।
करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा
प्रशासन ने 30 जुलाई और 21 अगस्त को बड़ी कार्रवाई करते हुए अनंतपुरा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर बने सात अवैध निर्माण ढहा दिए। इनकी कीमत करीब सवा सौ करोड़ रुपए आंकी गई।
वर्तमान में गोविंदपुरा एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में तीन तहसीलदार, तीन राजस्व निरीक्षक और 11 पटवारियों की टीम पशुपालन विभाग की 99 एकड़ जमीन का सीमांकन कर रही है। अब तक करीब 6 एकड़ जमीन पर कब्जा मिला है, जिसकी बाजार कीमत 20 करोड़ से अधिक है।
अवैध कॉलोनियां और निर्माण
जांच में सामने आया है कि कब्जाई गई जमीन पर 40 बिल्डिंग, प्लॉट, 30 दुकानें, एक पेट्रोल पंप, एक स्कूल और दो-तीन कॉलोनियां बनाई गई हैं। प्रशासन अब इन सबकी गहराई से जांच कर रहा है, ताकि भूमाफियाओं और मछली परिवार के बीच संबंधों की सच्चाई सामने आ सके।
डायमंड सिटी कॉलोनी पर जांच
कोकता इलाके में जारी सीमांकन के दौरान डायमंड सिटी कॉलोनी में बनी तीन मंजिला स्कूल बिल्डिंग भी शक के घेरे में है। यह स्कूल करीब 1,500-2,000 वर्गफीट जमीन पर बना है। अफसरों को संदेह है कि इस पर मछली परिवार का अप्रत्यक्ष दखल है। इसलिए इस बिल्डिंग से जुड़ी हर गतिविधि की जांच की जा रही है।
मछली परिवार का बचाव
मछली परिवार से जुड़े वकील पहले ही प्रशासन को लिखित में बता चुके हैं कि सीमांकन की कार्रवाई में त्रुटियां हैं। उनका कहना है कि पशुपालन विभाग की जमीन के आसपास परिवार की अपनी जमीन है, जिसे बिल्डरों को बेचा गया है। हालांकि, प्रशासन मानता है कि इस पूरे मामले में मछली परिवार के कनेक्शन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।