Biopic Trend In Bollywood- Success And Failure: बॉलीवुड में बायोपिक का ट्रेंड, कितना सक्सेस कितना फेल?

Biopic Trend In Bollywood- Success And Failure: पिछले एक दशक में बॉलीवुड और इंडियन सिनेमा में बायोपिक फिल्मों का ट्रेंड तेज़ी से बढ़ा है। आंकड़े बताते हैं कि 2010 से अब तक दर्जनों बायोपिक रिलीज़ हुईं- जिनमें से कुछ ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े, तो कुछ बुरी तरह फ्लॉप हो गईं।

यह ट्रेंड दिखाता है कि दर्शक असली कहानियों में गहरी दिलचस्पी रखते हैं, लेकिन साथ ही वे आर्टिफिशिएलिटी और पब्लिसिटी को तुरंत पहचान भी लेते हैं। सवाल यही है- क्या बायोपिक फिल्मों का दौर लंबे समय तक चलेगा या फिर यह सिर्फ कुछ सक्सेस फिल्मों तक ही सीमित रह जाएगा?

फ्लॉप बायोपिक

उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी ये बायोपिक: 

  • पीएम नरेंद्र मोदी: दर्शकों को प्रचार जैसी लगी।

  • मणिकर्णिका: विवाद और कमजोर कहानी।

  • अज़हर: रियल और रील कहानी में फर्क।

  • ठाकरे: औसत कमाई, ज्यादा असर नहीं।

नाकामी की वजह थी कमज़ोर स्क्रिप्ट और ओवर-ड्रामे का असर।

इन बायोपिक को मिली सक्सेस

कुछ बायोपिक ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया।

  • भाग मिल्खा भाग: मिल्खा सिंह की कहानी और फरहान अख्तर की एक्टिंग।

  • एम.एस. धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी: सुशांत सिंह राजपूत का शानदार रोल।

  • संजू: रणबीर कपूर की परफॉर्मेंस और राजकुमार हिरानी का निर्देशन।

  • मैरी कॉम: प्रियंका चोपड़ा का दमदार अभिनय।

इन फिल्मों की सफलता की वजह थी सच्ची कहानी, अच्छे कलाकार और इमोशन।

क्यों फ्लाप हुईं ये बायोपिक?

  • अगर फिल्म हकीकत से दूर लगे तो लोग कनेक्ट नहीं कर पाते।

  • बहुत सारी बायोपिक एक साथ आने लगीं, जिससे नया पन कम हो गया।

  • अब लोग सिर्फ स्टार नहीं, बल्कि कंटेंट और असली कहानी देखना चाहते हैं।

आगे क्या होगा?

बायोपिक का दौर खत्म नहीं हुआ है। आने वाले समय में भी स्पोर्ट्स, आर्मी और राजनीति पर फिल्में बनेंगी।

लेकिन अब दर्शक ऐसी कहानियां चाहते हैं जो सच्चाई और इंस्पिरेशन दिखाएं, सिर्फ प्रचार नहीं।

बायोपिक का ट्रेंड आधा हिट और आधा फ्लॉप रहा।

  • जब कहानी असली और इमोशनल थी, फिल्म चली।

  • जब कहानी बनावटी या प्रचार जैसी लगी, फिल्म फ्लॉप हो गई।

साफ है, बायोपिक तभी काम करेगी जब वह दिल छूने वाली सच्ची कहानी दिखाएगी।

निष्कर्ष:

बॉलीवुड में बायोपिक का ट्रेंड पिछले दशक में तेजी से बढ़ा। कुछ फिल्में जैसे भाग मिल्खा भाग, धोनी, संजू  हिट रहीं, तो कई फिल्में जैसे अज़हर, मणिकर्णिका, पीएम मोदी फ्लॉप हो गईं। वजह साफ़ है- दर्शक अब सिर्फ स्टारकास्ट नहीं, बल्कि सच्ची और इमोशनल कहानियां चाहते हैं। यही बायोपिक की असली सफलता की कुंजी है।

अब इसी कड़ी में, 5 सितंबर को मनोज बाचपेई की “Inspector Zende” भी रिलीज होने वाली है, देखना ये होगा कि इस फिल्म की स्क्रिप्ट और मनोज बाजपेई की एक्टिंग इस बायोपिक को सफलता की ओर लेकर जाएगी या ये फिल्म भी फ्लाप बायोपिक की लिस्ट में शामिल हो जाएगी

शहर चुने