लखनऊ | उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र 2025 में विजन 2047 पर 24 घंटे से अधिक चली ऐतिहासिक चर्चा का समापन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने सपा को “कूप मंडूक” करार देते हुए कहा कि पीडीए का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है।
मुलायम के बाद चाचा का नंबर, लेकिन ‘गच्चा’
सीएम योगी ने व्यंग्य करते हुए कहा, “मुलायम सिंह के बाद कायदे से चाचा (शिवपाल) का नंबर आना चाहिए था, लेकिन यहां भी चाचा को गच्चा मिला”। इस बयान पर सदन में ठहाके गूंज उठे।
विजन 2047: यूपी की भूमिका और संकल्प
सीएम योगी ने कहा कि भारत तभी विकसित बनेगा, जब हर राज्य अपनी भूमिका निभाएगा और इसमें यूपी अग्रणी रहेगा। उन्होंने चर्चा को दो भागों में बांटा –
- 1947 से 2017 तक की उपलब्धियां और कमियां
- 2017 से 2047 तक का विकास रोडमैप
उन्होंने कहा कि 1960 के बाद नीतिगत उदासीनता के कारण यूपी बीमारू राज्य बन गया था, लेकिन 2017 के बाद कानून-व्यवस्था, निवेश और बुनियादी ढांचे में बड़ा बदलाव आया।
2017 से 2047 तक का विकास रोडमैप
⦁ जीएसडीपी: 13 लाख करोड़ (2016-17) से बढ़कर 35 लाख करोड़ (2025 अनुमान)
⦁ प्रति व्यक्ति आय: ₹43,000 से बढ़कर ₹1,20,000
⦁ निर्यात: ₹84,000 करोड़ से बढ़कर ₹1,86,000 करोड़
⦁ राज्य का बजट: ₹3 लाख करोड़ से बढ़कर ₹8 लाख करोड़
⦁ डिजिटल लेनदेन: 122 करोड़ से बढ़कर 1400 करोड़
⦁ नीति आयोग फिसिकल हेल्थ इंडेक्स: 8.9 अंकों का सुधार
भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रगति
सीएम ने बताया कि 1947 में भारत छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन 1980 में 11वें स्थान पर पहुंच गया। 2014 के बाद सुधार हुआ और 2025 में भारत चौथे स्थान पर पहुंचने की ओर है।
समावेशी विकास का मंत्र
सीएम योगी ने कहा कि “हर विधानसभा क्षेत्र में बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ पहुंचना ही विकसित यूपी और विकसित भारत की कुंजी है”। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उनकी सोच विकास से ज्यादा सत्ता की चाहत पर केंद्रित है।
निष्कर्ष:
24 घंटे की इस ऐतिहासिक चर्चा में सीएम योगी ने यूपी को बीमारू राज्य से रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बनाने की दिशा में उठाए कदमों को गिनाया और विपक्ष के परिवारवाद पर जोरदार हमला बोला। उनका संदेश साफ था—यूपी अब भारत की आर्थिक और सामाजिक प्रगति का नेतृत्व करेगा।