जांजगीर चांपा। सिटी कोतवाली क्षेत्र के बोंगापार क्षेत्र में कांग्रेस नेता ने पत्नी और दो बेटों के साथ मिलकर सुसाइड कर लिया। इससे चारों की बिलासपुर स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई।(Congress leader suicide)
प्रारंभिक जांच में खुदकुशी की वजह कर्ज़
पुलिस के मुताबिक, शहर के बोंगापारा निवासी 65 वर्षीय पंचराम यादव कांग्रेस के जिला सचिव हैं। वो अपनी पत्नी 55 वर्षीय पत्नी दिनेश नंदनी यादव, पुत्र 28 वर्षीय नीरज यादव और सूरज यादव के साथ रहते थे। 30 अगस्त की दोपहर को परिवार के चारों सदस्यों ने सुसाइड करने का मन बनाया। जिसको लेकर छोटा बेटा नीरज बाहर निकला और मुख्य गेट में ताला बंद कर पड़ोसी की छत से अपने घऱ पहुंचा।(Congress leader suicide)
पड़ोसियों को परिजनों के अंदर होने की आशंका
इतना ही नहीं उसने अपनी छत के दरवाजे में भी ताला लगा दिया। शाम को उसके रिश्तेदरों ने घर में ताला लगा देखकर पंचराम को फोन किया। पंचराम का मोबाइल स्विच ऑफ गया। दोनों बेटों का भी मोबाइल बंद था। जिसके बाद परिजनों ने घर के आसपास पूछताछ की और खिड़की से घर के अंदर देखने पर परिवारीजनों के अंदर होने का शक हुआ। रात को करीब 9 बजे मुख्य गेट का ताला तोड़कर अंदर पहुंचे। जहां देखकर उनके होश उड़ गए।(Congress leader suicide)
प्राथमिक उपचार में ज़हर खाने की बात आई सामने
रिश्तेदारों ने जब अंदर पति-पत्नी को बेसुध पड़े देखा, और साथ ही दोनों बेटों को बेड पर पड़े देखा तो वो सन्न रह गए। जिसके बाद परिजनों ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के दौरान पता चला कि चारों लोगों जहर का सेवन किया है।(Congress leader suicide)
ज़हर का सेवन करने से चारों की हुई मौत
डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद चारों लोगों को सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान बड़े पुत्र नीरज यादव की 31 अगस्त की शाम 5 बजे मौत हो गई। वहीं बाकी लोग गंभीर स्थिति में एक निजी अस्पताल बिलासपुर में इलाज चल रहा था। इसी दौरान देर रात तीनों की मौत हो गई।(Congress leader suicide)
प्रदेश के सागौन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाएगी मोहन सरकार
सूदखोरों के तगादे से परेशान था परिवार
जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि पंचराम यादव पर कर्ज ज्यादा हो गया था। साथ ही उसका फेब्रिकेशन के कारोबार में नुकसान भी हो गया था। इससे उसका मार्केट में कर्ज बढ़ गया था। जिसको लेकर सूदखोरों के तगादे से परिवार परेशान था। इससे पूरा परिवार मानसिक तनाव में था। फिलहाल परिवार में अब एक भी सदस्य नहीं बचा। इसके कारण चारों की एक साथ खुदकुशी की वजह पता नहीं चल पाई है।