CP Radhakrishnan: कौन हैं सीपी राधाकृष्णन, क्यों बने उपराष्ट्रपति पद के लिए PM मोदी की पहली पसंद?

CP Radhakrishnan

CP Radhakrishnan: देश में जब भी कोई बड़ा संवैधानिक पद खाली होता है, तो सब की निगाहें इस पर टिकी होती हैं कि इस पद के लिए अब अगला नाम कौन होगा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद इस कुरसी को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई कि, इस पद का नया उम्मीदवार कौन होगा? इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं और NDA ने सीपी राधाकृष्णन के रूप में उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?

सीपी राधाकृष्णन की कहानी एक सामान्य परिवार से निकलकर नेशनल लेवल पर पहचान बनाने वाले नेता की है। उनका जन्म तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ-एक ऐसा शहर जो अपने टेक्सटाइल उद्योग के लिए जाना जाता है। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पढ़ाई की, लेकिन दिल से वो शुरू से ही समाजसेवा और राष्ट्र निर्माण के विचारों से जुड़े थे।

RSS से की राजनीती की शुरूआत

सीपी राधाकृष्णन का सफर 1970 में RSS के स्वयंसेवक के तौर पर शुरू हुआ। फिर वे जनसंघ और बाद में बीजेपी के साथ जुड़े रहे। 1998 में पहली बार कोयंबटूर से सांसद बने, तब ये केवल एक चुनावी जीत नहीं बल्कि उस इलाके में बीजेपी की जूदगी की एक नई शुरुआत थी। 1999 में वो फिर चुने गए, जिससे उनकी पॉपुलैरिटी और इलाके में पकड़ साफ नजर आई।

एक जिम्मेदार नेता की छवी

सांसद रहते हुए, राधाकृष्णन ने सिर्फ संसद में भाषण नहीं दिए, बल्कि कई अहम समितियों का हिस्सा रहे। वह कपड़ा उद्योग, वित्त, या फिर स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच से जुड़ी कमेटी हो। वो उन नेताओं में से हैं जो नीतियों को सिर्फ समझते ही नहीं, बल्कि उन पर काम भी करते हैं।

लंबी यात्राएं और समाजसेवा

तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने 93 दिनों में 19,000 किलोमीटर की ‘रथ यात्रा’ निकाली- नदियों को जोड़ने, आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने, और सामाजिक बुराइयों से लड़ने के संदेश के साथ। उनके लिए राजनीति सिर्फ कुर्सी की लड़ाई नहीं थी, बल्कि समाज को जोड़ने और जागरूक करने का एक माध्यम थी।

राज्यपाल के रूप में दी सेवाएं

18 फरवरी 2023 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। कार्यभार संभालने के पहले चार महिनों में ही उन्होंने राज्य के सभी 24 जिलों का दौरा किया। इसके बाद, 31 जुलाई 2024 को उन्हें माहाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली। इससे पहले वे राष्ट्रपति के विशेष निर्देश पर तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल भी रह चुके हैं।

खेल और कला से भी नाता

सीपी राधाकृष्णन एक अच्छे खिलाड़ी भी रहे हैं। कॉलेज के दिनों में टेबल टेनिस चैंपियन रह चुके हैं और लंबी दौड़ में भी उनकी रुचि रही है। आज भी उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल से लगाव है।

क्यों बनें PM मोदी की पहली पसंद?

सीपी राधाकृष्णन का लंबा पॉलिटिकल करियर, RSS से जुड़ाव और उनका अनुभव उन्हें पीएम मोदी की पहली पसंद बनाता है। उनकी छवि एक समर्पित और राष्ट्रवादी नेता की है। शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना।

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