धराली के बाद किश्तवाड़ में तबाही…बादल फटा…33 की मौत

उत्तराखंड के धराली का दर्द अभी लोग भूले भी नहीं थे कि जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में कुदरत के कहर ने तबाही मचा दी…जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के मचैत माता यात्रा मार्ग पर बादल फटने से 33 लोग काल के गाल में समा गए…आसमान से आफत बरसाता पानी इतने वेग से आया कि यहां बना लकड़ी का एक पुल और PMGSY पुल क्षतिग्रस्त हो गया…कई मार्ग अवरुद्ध हो गए…किश्तवाड़ मे मचे हाहाकार की गूंज पूरे देश में सुनाई दे गई…आनन-फानन में बचाव कार्य शुरू हो गया और 33 शव बरामद कर लिए गए हैं…बताया जाता है कि बादल फटने से चिशोती गांव में बाढ़ आ गई जिसकी जद में आने वाले कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं…कितना क्या नुकसान हुआ है इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन जान माल के नुकसान की आशंका है जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने ट्वीट किया है कि “चोसिटी किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। सिविल, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ अधिकारियों को बचाव और राहत अभियान को मजबूत करने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।” बचाव दलों ने करीब 20 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जबकि कई लोग लापता हैं और नुकसान का पूरा आंकलन अभी नहीं हो सका है। मचैल माता यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है और एंबुलेंस व रेस्क्यू वाहन लगातार मौके की ओर भेजे जा रहे हैं।बादल फटने से भारी बारिश और बाढ़ आई, जिससे लंगर, दुकानें और एक सुरक्षा चौकी बह गई। कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने तुरंत बचाव और राहत कार्य शुरू किया। एनडीआरएफ की दो टीमें भी मौके पर भेजी गई हैं। इस घटना से राजीतिक और प्रशासनिक हलकों में शोक की लहर है

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