कैसे सरकारी जमीन लील गई मछली ! हथाईखेड़ा से इसलिए पलायन कर गए हिंन्दू परिवार ! झुग्गी से महलों तक मछली परिवार का सफर !

 

मध्‍यप्रदेश के बहुचर्चित मछली परिवार मामले में ड्रग्स और आर्म्‍स के कनेक्‍शन के साथ अब भू माफिया बनने से लेकर उस करोड़ों के साम्राज्य का खुलासा भी होने लगा। दस बाय दस की झुग्गी से शुरू हुआ सफर अब करोड़ों के साम्राज्‍य में बदल गया। हिंदुओं को पलायन करने पर मजबूर किया गया। सरकारी जमीन पर मुस्लिम बस्ती काे बसाया। ऐसे कई गंभीर आरोप मछली परिवार पर लगे हैं…भोपाल में मछली परिवार के यासीन और शावर की गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले ड्रग्‍स तस्‍करी का खुलासा हुआ। जांच आगे बढ़ी, तो मामले में ड्रग्‍स पार्टी का आयोजन कर लड़कियों को नशे की लत लगाकर उनका शोषण करने का खुलासा भी हुआ। इतना ही नहीं आरोपियों के तार अवैध हथियार गैंग से भी जुड़े। क्राइम ब्रांच की जांच जारी है और इस मामले से जुड़े कई आरोपियों की धरपकड़ चल रही। प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई में मछली परिवार के भू माफिया यानि सरकारी जमीन पर कब्जा करने का भी खुलासा हुआ। लगातार खुलासे हो रहे। लेकिन अब मछली परिवार पर उस खुलासे की बात कर लेते हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। मछली परिवार ने देखते ही देखते अफसरों और राजनीतिक संरक्षण की वजह से करोड़ों का साम्राज्य खड़ा कर लिया और उसकी गुंडागर्दी के चर्चे हथाईखेड़ा इलाके में होने लगे। शरीफ मछली पर आरोप है कि गुंडागर्दी की वजह से हथाईखेड़ा अनंतपुरा इलाके में कोई भी उसे खिलाफ आवाज नहीं उठाता था। बुधवारा से उसके गुर्गे आकर इलाके में बदमाशी करते थे। शरीफ के समय से सरकारी जमीन पर कब्‍जे का सिलसिला शुरू हुआ।  यहां रहने वाले मो.अनीस खान ने बीएसटीवी को बताया कि  एक बड़े राजनेता ने शुरूआती समय में शरीफ की जमकर मदद की। उनके संरक्षण में ही डेम का ठेका मिला। इस इलाके में शरीफ की तूती बोलने लगी और उसका इलाके में एक तरफा राज होने लगा। आरोप यह भी है कि शरीफ मछली के डर से उसके घर के सामने रहने वाले एक हिंदू परिवार ने इलाके से पलायन कर लिया था। राजनीति संरक्षण के चलते कुछ ही साल में मछली परिवार का साम्राज्य खड़ा होने लगा। शरीफ मछली ने राजनीति पकड़ के चलते इलाके में अपने परिवार को स्थापित कर दिया। अब डेम के ठेके तक बिजनेस सीमित नहीं रहा। अवैध उत्खनन का काम भी शुरू किया। परिवार के सदस्‍यों की बढ़ती संख्‍या के साथ मछली परिवार के धंधे फलने फूलने लगे। मछली परिवार ने हथाईखेड़ा अनंतपुरा की डेमोग्राफी को बदल दिया। सरकारी जमीन पर कब्जा कर उस पर प्लाटिंग की जाने लगी। इलाके को मुस्लिम बाहुल्य बनाया गया। आरोप है कि मछली परिवार ने हिंदुओं को प्लॉट नहीं बेचे। सिर्फ मुस्लिम परिवार को ही प्लाट दिए जाते थे। आज इस बस्ती में तीन हजार से ज्‍यादा पक्‍के मकान हैं। एका दुक्का ही हिंदू परिवार वहां पर बचे। बाकी हिंदू परिवार डर की वजह से चले गए। कई एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग करने का गंभीर आरोप भी मछली परिवार पर है। आज मछली परिवार ड्रग्स, अवैध हथियार तस्‍करी के साथ अवैध उत्खनन, अवैध प्लाटिंग, सरकारी जमीनों पर कब्जा करना, रियल स्टेट, ट्रांसपोर्ट, डेम ठेका समेत कई दूसरे धंधे कर रहा है । हथाईखेड़ा अनंतपुरा इलाके डेमोग्राफी बदलने और मछली परिवार के अवैध कारोबार को लेकर एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि क्राइम ब्रांच ड्रग्स, आर्म्‍स, अश्‍लील और मारपीट के वीडियो के मामले में जांच कर रही। बाकी जमीन संबंधित, जलाशय संबंधित मामलों के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट हैं। स्‍थानीय प्रशासन के साथ रेवेन्‍यू डिपार्टमेंट भी जांच कर रहा। मछली परिवार पर कई गंभीर आरोप लगने लगे। ड्रग्स तस्‍करी के अलावा भी कई मामलों में उनका नाम सामने आ रहा। आरोप है कि अनंतपुरा इलाके में हिंदू परिवारों को मछली परिवार के द्वारा प्रताड़ित किया जाता था। उनके खिलाफ झूठी शिकायत पुलिस में की जाती थी। पुलिस पर आरोप है कि वे राजनीतिक संरक्षण की वजह से पीड़ित लोगों की सुनवाई नहीं करती थी। इस मामले से जुड़ी कई शिकायतें मुस्लिम परिवारों ने भी की थी। इतना ही नहीं ताहिर मछली पर तो एक हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन करने का गंभीर आरोप भी लगा। ताहिर मछली को लेकर कहा जा रहा कि उसने 14 साल पहले एक हिंदू लड़की को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए प्रताड़ित किया। उससे कलमा पढ़ाया गया। बाद में ताहिर ने धर्म परिवर्तन कराकर उस लड़की को अपनी पत्‍नी भी बनाया। अब क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर गिरफ्तारियां भी कर रही है। कल तक जो लोग मछली परिवार के डर की वजह से सामने नहीं आए थे। उनमें से कईयों ने एफआईआर भी दर्ज कराई। बीएसटीवी ने हथाईखेड़ा अनंतपुरा इलाके से हिंदू पलायन को लेकर क्राइम ब्रांच से सवाल किया, तो उन्‍होंने बताया कि ये शिकायतें संबंधित थानों में देखी जा रही। इसमें संबंधित थाना कार्रवाई करेगा। क्राइम ब्रांच का फोकस ड्रग्स और आर्म्‍स मामले पर है। मछली परिवार का पूरा मामला पुलिस की जांच तक सीमित नहीं रहा। इस मामले में नगर निगम, जिला प्रशासन, रेवेन्‍यू, बिजली विभाग समेत कई दूसरे डिपोर्टमेंट भी काम कर रहे है । बुलडोजर कार्रवाई के बाद इस सिस्‍टम पर भी कई सवाल खड़े हो रहे है । समय रहते यदि प्रशासन एक्‍शन लेता, तो शायद मछली परिवार कई सालों पहले ही अपने अपराधों के लिए सलाखों के पीछे होता।

MANOJ RATHORE BSTV BHOPAL…

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