भोपाल के BMHRC में AI से मानसिक बीमारियों की पहचान शुरू, गेम जैसे टूल से होगा इलाज

कनाडा की ऑरेंज न्यूरोसाइंसेज़ के साथ मिलकर बीएमएचआरसी अब मिनटों में डिप्रेशन, ऑटिज्म, ADHD और अन्य मानसिक बीमारियों का पता लगाएगा और इलाज करेगा।

मुख्य खबर:
 

मानसिक स्वास्थ्य की दुनिया में एक नया दौर शुरू होने जा रहा है! भोपाल मेमोरियल अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (बीएमएचआरसी) अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और वीडियो गेम थेरेपी के ज़रिए मानसिक बीमारियों का इलाज करने जा रहा है। जी हां, अब लंबे सवाल-जवाब या कागज़ी प्रक्रिया की ज़रूरत नहीं! डिप्रेशन, ऑटिज्म, डिस्लेक्सिया और ADHD जैसी बीमारियों का पता लगाना और इलाज अब एक वीडियो गेम जितना आसान होगा।कनाडा की अग्रणी AI कंपनी ऑरेंज न्यूरोसाइंसेज़ के साथ साझेदारी में बीएमएचआरसी ने एक ऐसा AI टूल विकसित किया है, जो मरीजों की हर गतिविधि को रिकॉर्ड करता है और उसका विश्लेषण कर बीमारी की सटीक पहचान करता है। इलाज भी उसी गेम जैसे मज़ेदार तरीके से होगा, जिससे मरीजों को सहज और तनावमुक्त अनुभव मिलेगा।क्यों है ये खास?

  • तेज़ी: कुछ ही मिनटों में मानसिक बीमारियों की पहचान।
  • आसानी: कोई फॉर्म नहीं, कोई तनाव नहीं – बस खेलें और ठीक हों।
  • मुफ्त सुविधा: बीएमएचआरसी में सभी मरीजों के लिए पूरी तरह मुफ्त।
  • नवाचार: मध्य प्रदेश का पहला AI आधारित मानसिक रोग उपचार केंद्र।

बीएमएचआरसी जल्द ही एक डिजिटल कॉग्निटिव थेरेपी सेंटर शुरू करने जा रहा है, लेकिन इलाज की शुरुआत तुरंत हो चुकी है। यह है भविष्य का इलाज – तेज़, सटीक और गेम की तरह आसान!

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