Jabalpur News: अधारताल तहसील के कुदवारी इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाए जा रहे एक भवन की बुनियाद को आज प्रशासन ने जमींदोज कर दिया। कई बार नोटिस और समझाइश दिए जाने के बावजूद निर्माण कार्य न रोके जाने पर, प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए बुलडोजर का इस्तेमाल किया।
क्या है मामला?
अधारताल तहसील के आयशा नगर के पास, ग्राम कुदवारी के खसरा नंबर 135 की सरकारी भूमि पर करीब 950 वर्गफीट क्षेत्रफल में यह अवैध निर्माण किया जा रहा था।
नायब तहसीलदार रमेश कुमार कोष्ठी ने बताया कि यह निर्माण तक्सीम बानो नामक महिला द्वारा किया जा रहा था। यह निर्माण पिछले लगभग एक साल से जारी था।
प्रशासन ने इस अवैध कब्जे को लेकर कई बार नोटिस जारी किए और निर्माण रोकने के लिए समझाइश भी दी, लेकिन अतिक्रमणकारी ने निर्माण कार्य जारी रखा।
हिंदू संगठन की शिकायत पर कार्रवाई
इस अवैध निर्माण की शिकायत हिंदू धर्म सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रशासन से की गई थी।
शिकायत में बताया गया था कि कुदवारी और आयशा नगर के आस-पास की सरकारी जमीन पर धीरे-धीरे कब्जा किया जा रहा है।
अधिकारी-बल की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
आज (सोमवार) सुबह तहसीलदार, एसडीओपी और अधारताल थाना प्रभारी की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ सरकारी अमला मौके पर पहुंचा। बुलडोजर से अवैध रूप से बनाई जा रही इमारत की बुनियाद और निर्माण को पूरी तरह से उखाड़ फेंका गया।
नायब तहसीलदार रमेश कुमार कोष्ठी ने बताया कि मौके पर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला। जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के बाद पंचनामा तैयार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि महिला तक्सीम बानो से पूछताछ की जाएगी कि सरकारी जमीन पर निर्माण का उद्देश्य क्या था।
निर्माण में किन्नर के फंड का आरोप
हिंदू धर्म सेना के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इस इमारत के निर्माण के लिए एक किन्नर द्वारा फंड उपलब्ध कराया जा रहा था।
कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि पूरे गांव की भूमि सरकारी है और लोग इस पर कब्जा कर मकान बना रहे हैं, लेकिन प्रशासन सिर्फ उन्हीं पर कार्रवाई करता है जिनके खिलाफ शिकायत होती है।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी जमीन पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी अवैध कब्जों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।