Machhli Family Case Political Controversy: प्रदेश के बहुचर्चित मछली परिवार केस में अब वीडियो वार शुरू हो गया है। मंत्री, विधायक और सांसदों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेता मछली गैंग को संरक्षण दे रहे हैं। वहीं बीजेपी का कहना है कि माफिया के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है।
खादी और खाकी दोनों पर उठे सवाल
हाईप्रोफाइल मामले में वायरल हो रहे वीडियो और फोटो ने नेताओं और अफसरों की मिलीभगत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक गठजोड़ की वजह से मछली गैंग लंबे समय तक बचा रहा। कांग्रेस का आरोप है कि ये माफिया नेताओं द्वारा पोषित रहे हैं और यही कारण है कि उन पर कड़ी कार्रवाई नहीं हो पा रही।
नेताओं की नजदीकियों पर विवाद
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज़ में मंत्री विश्वास सारंग और कृष्णा गौर की मछली परिवार के सदस्यों के साथ मौजूदगी दिख रही है। कृष्णा गौर ने तो मछली परिवार के साथ तीन पीढ़ियों का रिश्ता बताया था। इसके अलावा सांसद आलोक शर्मा और विधायक रामेश्वर शर्मा के भी वीडियो सामने आए हैं। इनमें रामेश्वर शर्मा का तुलादान और आलोक शर्मा की नजदीकियां साफ दिखाई दे रही हैं।
कांग्रेस VS बीजेपी आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस ने इन वीडियोज़ को आधार बनाकर बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह मछली परिवार को संरक्षण दे रही है। बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है और सरकार लगातार माफिया पर कार्रवाई कर रही है।
जांच एजेंसियों की सुस्ती पर सवाल
मछली परिवार की राजनीतिक पकड़ इतनी मजबूत रही कि जांच एजेंसियों की रफ्तार पर भी सवाल उठ रहे हैं। अभी तक मुख्य आरोपी शारिक मछली पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। इसके अलावा कई अन्य आरोपी भी सलाखों के बाहर हैं। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि नेताओं और मछली परिवार के बीच ये रिश्ते कितने गहरे और प्रभावशाली हैं।