भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकार (Mohan Yadav Cabinet) बनने के लगभग 8 महीने बाद सीएम मोहन यादव कैबिनेट मंत्रियों को जिले का प्रभार सौंपे गए। सोमवार देर मंत्रियों के प्रभार वाली सूची जारी की गई। सीएम डॉ. मोहन यादव ने अपने पास इंदौर जिले का प्रभार रखा है। वहीं, बात करें दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल की तो, देवड़ा को जबलपुर और देवास, जबकि शुक्ल को सागर और शहडोल जिलों का प्रभार मिला है।
मंत्रियों (Mohan Yadav Cabinet) को सौंपे गए जिलों के प्रभार में सीएम मोहन यादव ने राज्य के सबसे बड़े शहर और आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर को अपने पास रखा है। इस तरह से सीएम ने जिलों के प्रभार बंटवारे में भी पावर अपने पास रखी है। भोपाल का प्रभार एमएसएमई मंत्री चैतन्य कश्यप को दिया गया है। भोपाल के अलावा उन्हें राजगढ़ जिले का प्रभारी भी बना गया है।
लोक स्वास्थ्य मंत्री संपतिया उइके को राज्य की ऊर्जा राजधानी कहे जाने वाले सिंगरौली की कमान सौंपी गई है। जिलों के प्रभारी मंत्रियों का ऐलान होने से पूर्व कांग्रेस आरोप लगा रही थी कि राजस्व देने वाले टॉप जिलों में शामिल सिंगरौली जिले को लेकर खींचतान मची है। लेकिन, सीएम मोहन यादव ने पहली बार मंत्री बनी संपतिया उईके को इस जिले की जिम्मेदारी दी।
मोहन मंत्रीमंडल में शामिल कैलाश विजयवर्गीय और प्रह्रलाद पटेल जैसे वरिष्ठ मंत्रियों को बड़े जिलों के प्रभार नहीं सौंपे गए हैं। विजयवर्गीय को जहां सतना और धार का प्रभार सौंपा गया है। वहीं, पटेल को रीवा और भिंड की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं राकेश सिंह को छिंदवाड़ा का प्रभार दिया गया है।
उधर, लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए और हाल ही में मोहन कैबिनेट का हिस्सा बने वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत को मंडला और दमोह की जिम्मेदारी दी गई है।
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सिंधिया खेमे के मंत्रियों को मिले ये जिले
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे वाले मंत्रियों को उनके ही क्षेत्र ग्वालियर-चंबल के जिलों की कमान सौंपी गई है। सबसे पहले बात करें तुलसी सिलावट की तो उन्हें बुरहानपुर के साथ ही ग्वालियर की कमान भी मिली है। वहीं, सिंधिया के एक और करीबी गोविंद सिंह राजपूत को नरसिंहपुर के साथ गुना की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पांढुर्णा और शिवपुरी का प्रभारी बनाया गया है।
अन्य मंत्रियों को मिले ये जिले
राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को मुरैना-सिवनी, परिवहन और स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह को बालाघाट-कटनी, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एंदल सिंह कंषाना को दतिया-छतरपुर, महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया को मंदसौर-नीमच, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग को खरगोन-हरदा, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण और उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को शाजापुर-निवाड़ी, उच्च शिक्षा, आयुष और तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार को पन्ना-बड़वानी, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला को श्योपुर-अशोकनगर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर को सीहोर-टीकमगढ़, पशुपालन एवं डेयरी विभाग मंत्री लखन पटेल को विदिशा-मऊगंज और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान को आगर-उमरिया की कमान सौंपी गई है।
मोहन कैबिनेट में शामिल कुल 32 मंत्रियों में से 7 ऐसे हैं जिन्हें केवल एक जिले का प्रभारी बनाया गया है। इसमें सबसे पहला नाम सीएम मोहन यादव का है जिन्होंने केवल इंदौर का प्रभार अपने पास रखा है। वहीं सीएम के गृह जिले उज्जैन की कमान तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री गौतम टेटवाल को सौंपी गई है। इसके अलावा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद सिंह को खंडवा, दिलीप जायसवाल को सीधी, नरेंद्र शिवाजी पटेल को बैतूल, प्रतिमा बागरी को डिंडौरी, राधा सिंह को मैहर, दिलीप अहिरवार को अनूपपुर और नारायण सिंह पवार को रायसेन जिले का प्रभारी बनाया गया है।