MP Politics: सिंधिया ने तोड़ी चुप्पी, दिग्विजय और कमलनाथ पर दिया बड़ा बयान

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MP Politics: मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर 2018-19 का विवाद चर्चा में है। उस समय महज 15 महीने में कमलनाथ सरकार गिर गई थी। अब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने सरकार गिरने की अलग-अलग वजहें बताकर माहौल गर्मा दिया है।

दिग्विजय का बयान

दिग्विजय सिंह ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में कहा कि सरकार गिरने की जिम्मेदारी उनकी नहीं थी। मतभेद वैचारिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत थे। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पहले ही चेतावनी दी थी कि सिंधिया कांग्रेस छोड़ सकते हैं।

कमलनाथ का पलटवार

इसके बाद कमलनाथ ने भी दिग्विजय पर जवाबी हमला बोला। दोनों नेताओं के बीच जारी बयानबाज़ी ने पुराना विवाद फिर से सुर्खियों में ला दिया।

पहली बार बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया

दिल्ली में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहली बार इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वह अतीत में नहीं जाना चाहते लेकिन दोनों नेताओं के बयान ही सब साफ कर रहे हैं।

“सम्मान और स्वाभिमान की बात थी”

सिंधिया ने कहा कि वह दिग्विजय और कमलनाथ दोनों का परिवार जैसा सम्मान करते हैं। लेकिन कई बार उनके और उनके परिवार पर सार्वजनिक तौर पर टिप्पणियां की गईं। बंद कमरे की बातें तो उन्होंने नजरअंदाज कीं, लेकिन जब यह बातें सार्वजनिक हुईं तो उन्हें कदम उठाना पड़ा।

विकास कार्य को लेकर असहमति

सिंधिया ने बताया कि 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कई क्षेत्रों के विकास का वादा किया था। लेकिन जब कमलनाथ सीएम बने, तो इन कामों को प्राथमिकता नहीं दी गई। यही उनकी सबसे बड़ी नाराजगी रही।

कांग्रेस छोड़ने का फैसला

सिंधिया ने कहा कि पार्टी बदलने का फैसला उन्होंने जल्दबाजी में नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने से पहले यह सारी बातें एक शीर्ष नेता को बताई थीं। लेकिन जब हालात नहीं बदले तो उन्हें कांग्रेस से अलग होना पड़ा।

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