MP Weather Update: मध्य प्रदेश का मौसम आए दिन करवट ले रहा है। प्रदेश में आगे आने वाले दिनो में फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। अगले तीन दिनों तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बारिश (MP Weather Update) या बूंदाबांदी होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, 25 सितंबर से एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है, जिसके बाद प्रदेश में एक बार फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होगा। इसके बाद सितंबर के आखिर से मानसून की विदाई की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इन जिलों में हुई बारिश
रविवार, 21 सितंबर को राजधानी भोपाल (MP Weather Update) समेत नर्मदापुरम, उज्जैन, मंडला, नरसिंहपुर और कुल 15 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा पंजाब के भटिंडा, हरियाणा के फतेहाबाद, राजस्थान के पिलानी, अजमेर, गुजरात के दीसा और भुज से होकर गुजर रही है। अगले 24 घंटों में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के और हिस्सों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ क्षेत्रों से भी मानसून की विदाई की परिस्थितियां अनुकूल रहेंगी।
इसी बीच उत्तरी अंडमान सागर और म्यांमार तट पर बना चक्रवातीय परिसंचरण अब उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर पहुंच गया है। यह सिस्टम 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक सक्रिय है। इसके असर से अगले 24 घंटों में उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर एक और नया लो-प्रेशर क्षेत्र बनने की संभावना है। यह सिस्टम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए 26 सितंबर तक दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों के पास एक अवदाब (डीप डिप्रेशन) का रूप ले सकता है। इसके 27 सितंबर तक इन तटीय इलाकों को पार करने की संभावना है। वहीं, उत्तर-पूर्वी बिहार और उससे सटे सिक्किम के ऊपर भी लगभग 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है।
औसत से ज्यादा हुई बारिश
इस साल मध्य प्रदेश (MP Weather Update) में मानसून मेहरबान रहा है। राज्य में अब तक दीर्घावधि औसत से 21 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 16 प्रतिशत और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 24 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में अब तक 43.8 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य तौर पर 36.3 इंच बारिश होती है। इस तरह इस सीजन में प्रदेश में 118 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश की सामान्य बारिश का औसत 37 इंच माना जाता है। पिछले साल मानसून सीजन में औसतन 44 इंच बारिश हुई थी। इस बार सबसे कम बारिश बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन और शाजापुर जिलों में दर्ज की गई है। वहीं, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर जैसे जिलों में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। इसके अलावा भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में भी बारिश का कोटा पूरा हो चुका है।