Nepal Political Crisis 2025: नेपाल में सियासी भूचाल, ओली के इस्तीफे के बाद पीएम की कुर्सी पर सस्पेंस

Nepal Political Crisis 2025: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने अपनी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया।

यह विरोध प्रदर्शन नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर लगाए गए प्रतिबंध, भ्रष्टाचार और नेताओं व अधिकारियों के रिश्तेदारों को नौकरियों और सुविधाओं में तवज्जो देने के कारण शुरू हुआ।

सोमवार से शुरू हुए इस आंदोलन में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 250 से ज्यादा लोग घायल हैं। मंगलवार को भी काठमांडू में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर जमकर पथराव किया।

बताया जा रहा है कि इस्तीफा देने के बाद केपी शर्मा ओली देश छोड़कर चले गए हैं। अब सवाल उठता है कि नेपाल का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।

रबी लामिछाने

नेपाल के पूर्व गृह मंत्री रबी लामिछाने, ओली के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं। उन्होंने 2022 में राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) की स्थापना की थी। आरएसपी ने खुले तौर पर इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है।

उनकी पार्टी के 21 सांसदों ने एक साथ इस्तीफा देकर ओली पर दबाव बनाया। युवाओं का समर्थन भी उनके साथ है। माना जा रहा है कि उन्होंने रणनीति के तहत अपने सांसदों का इस्तीफा करवाया ताकि संसद अस्थिर हो सके।

युवाओं में लोकप्रिय

रबी लामिछाने पहले से ही युवाओं में बेहद लोकप्रिय हैं। सोशल मीडिया पर उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है। युवा उन्हें भ्रष्टाचार विरोधी राजनीति का प्रतीक मानते हैं।

यही वजह है कि वह देउबा, ओली और प्रचंड जैसे नेताओं के विपरीत एक नए और बेदाग विकल्प के रूप में उभरे हैं।

माना जा रहा है कि उन्होंने पर्दे के पीछे इस आंदोलन को समर्थन दिया और युवाओं को सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए प्रेरित किया।

बलेंद्र “बालेन” शाह

नेपाल में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में एक और नाम सामने आ रहा है- काठमांडू के मेयर बलेंद्र शाह, जिन्हें बालेन शाह के नाम से जाना जाता है। हालांकि उन्हें कमजोर प्रतिद्वंद्वी माना जा रहा है।

शाह ने राजनीति में आने से पहले रैपर के तौर पर पहचान बनाई थी। वह स्ट्रक्चरल इंजीनियर, कवि और संगीतकार भी हैं।

2022 के स्थानीय चुनावों में वे काठमांडू के मेयर बने और इस पद पर चुने गए पहले स्वतंत्र उम्मीदवार बने।

7 सितंबर को उन्होंने नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ जेन-जेड के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शनों का समर्थन किया था।

प्रदर्शनकारियों का हमला

मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू के भक्तपुर स्थित ओली के आवास पर आग लगा दी। हालांकि उस समय ओली प्रधानमंत्री आवास बालुवाटर में मौजूद थे।

प्रदर्शनकारियों ने उपप्रधानमंत्री और वित्त मंत्री विष्णु पौडेल के घर और नेपाल राष्ट्र बैंक के गवर्नर बिस्वो पौडेल के आवास पर भी आगजनी की।

विष्णु पौडेल से मारपीट की खबरें भी सामने आई हैं। नेपाल के पांच बार प्रधानमंत्री रहे शेर बहादुर देउबा पर भी हमला हुआ।

उनकी पत्नी और विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा से भी मारपीट की गई और उनके आवास को आग के हवाले कर दिया गया।

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