New GST Rules: दवाइयां, खाने-पीने की चीजें और बीमा पर खत्म होगा GST, टीवी और फ्रिज भी होंगे सस्ते

New GST Rules 2025

New GST Rules 2025: कोविड 19 की महामारी के बाद महंगाई आसमान छू रही है। ऐसें में अब सरकार आम आदमी को बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है।

बता दें कि गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के नए स्ट्रक्चर की घोषणा की गई है, जिसमें GSTके दो मेन स्लैब 5% और 18% होंगे।

इस बदलाव के तहत, बीमा प्रीमियम पर जीएसटी 18% के बजाय 0% या 5% हो सकता है, जिससे आम लोग और सीनियर सिटिजन को फायदा होगा।

इसके अलावा, लाइफ और हेल्थ बीमा, दवाइयां, टूथब्रश, बालों के तेल जैसी जरूरी सामान पर कोई टैक्स नहीं लगेगा या इन पर 5% GST लगेगा।

Fastag से लेकर TV तक कम होंगी कीमत 

नई व्यवस्था के तहत, छोटी कारों, एसी, टीवी और फ्रिज जैसे डिवाइस पर टैक्स परसेंटेज कम हो सकती है।

फिलहाल इन पर 28% GST लगता है, जिसे घटाकर 18% किया जा सकता है। हालांकि, तंबाकू और सिगरेट महंगे हो सकते हैं।

इससे यूजर्स को इन सामान पर कम खर्च होगा और ये ज्यादा सस्ती हो सकती हैं।

छोटी कारों पर कम होगा टैक्स 

छोटी पेट्रोल और डीजल कारों पर GST मौजूदा 28% से घटकर 18% हो सकती है।

इसके अलावा, हाइब्रिड कारों और दोपहिया वाहनों पर भी टैक्स कम होने की संभावना है।

इसका असर कारों की बिक्री पर पड़ेगा और इसकी 15% से 20% तक बढ़ोतरी हो सकती है।

हाई इंजन कैपेसिटी वाली कारों पर बढ़ेगा टैक्स

हालांकि, हाई इंजन कैपेसिटी वाली कारों पर GST दर 40% तक हो सकती है।

अभी इन पर 28% GST और 22% एक्सट्रा शुल्क लागू होता है, जो कुल मिलाकर 50% तक पहुंचता है।

क्या है उद्देश्य?

इन GST  सुधारों का मुख्य उद्देश्य कस्टमर्स को राहत देना और रिटेल प्राइज को कम करना है।

इसके तहत, सीमेंट, चप्पल, और अन्य घरेलू सामान भी सस्ते हो सकते हैं।

ट्रैक्टर पर भी टैक्स घटाकर 5% किया जा सकता है, और फूड आइटम्स पर भी GST 12% से घटाकर 5% हो सकती है।

बढ़ सकती है मांग 

इन बदलावों से करीब 2.4 लाख करोड़ रुपये की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है।

इसका असर निम्न आय वाले परिवारों पर पड़ेगा, और उनकी खरीदारी क्षमता बढ़ेगी। इससे महंगाई में भी थोड़ी गिरावट हो सकती है।

जीएसटी स्लैब का नया डिस्ट्रीब्यूशन 

  • 5% स्लैब का कुल जीएसटी रिवेन्यू में 7% योगदान होगा।
  • 18% स्लैब का 65% योगदान होगा।
  • 12% स्लैब का 5% योगदान होगा।
  • 28% स्लैब का 11% योगदान होगा।

नई स्लैब स्ट्रक्चर से किसे होगा फायदा ?

इस बदलाव के साथ, 12% स्लैब में शामिल ज्यादातर सामान 5% और 18% के स्लैब में आ जाएंगी।

28% स्लैब में शामिल ज्यादातर सामान 18% के स्लैब में शिफ्ट हो जाएंगी। इस तरह, GST में चार स्लैब का योगदान अब 2 स्लैब में समाहित हो जाएगा।

खत्म होंगे विवाद 

नई स्लैब संरचना से अब नमकीन, पराठे, बन्स, और केक जैसी वस्तुओं पर कर दरों को लेकर जो विवाद थे, वे खत्म हो जाएंगे।

पहले इन पर सामग्री के आधार पर अलग-अलग टैक्स लागू होते थे। साथ ही, हीरे और आभूषणों पर कर की विशेष दरें पहले जैसी रहेंगी।

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