मध्य प्रदेश में नैनो खाद को लेकर अब बड़ी सियासत शुरू हो गई। विपक्ष ने खाद संकट को लेकर विधानसभा में प्रदर्शन किया। कांग्रेस सदन में खाद की सांकेतिक बोरियां लेकर पहुंचे। इस प्रदर्शन से सरकार को घेरने की कोशिश की। विपक्ष के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री ने दो टूक जवाब दिया। सदन की कार्यवाही हंगामेदार रही…देखा जाए तो.विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन भी खाद संकट को लेकर कांग्रेस विधायक दल का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। कांग्रेस विधायकों ने खाद की खाली बोरियां और नैनो खाद की प्रतीकात्मक बोतलें लेकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि प्रदेश के लाखों किसान खाद की लाइन में खड़े हैं, लेकिन सरकार आंख मूंदे बैठी है। एक तरफ बारिश का समय चल रहा, दूसरी ओर किसानों को आवश्यक खाद तक नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि नकली खाद से किसान परेशान है और मुख्यमंत्री सिर्फ विदेशी यात्रियों में व्यस्त हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार किसानों को राहत देने की बजाय, नैनो खाद जैसे प्रयोगों के जरिए उनके साथ खिलवाड़ कर रही। उन्होंने कहा सरकार किसानों के आंसू नहीं पोंछना चाहती, उनके बच्चों के भविष्य की चिंता इस सरकार को नहीं है। खाद को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन और हंगामे का जवाब भी बीजेपी नेताओं और खुद मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने दिया। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से दोमुंही नीति अपनाती आ रही है । कांग्रेस सरकार के दौरान खाद को लेकर हंगामा मचता था। उस दौरान जमकर खाद की कालाबाजारी होती थी। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बाद भी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सारी व्यवस्थाएं की जा रही। मुख्यमंत्री के अलावा कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना ने भी विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई काम नहीं बचा। इस तरह के प्रदर्शन करने से कुछ नहीं होगा। हमारी सरकार किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध करा रही। खाद की कोई कमी नहीं है। सभी चुनौतियों के बीच किसानों को आसानी से खाद मिल सके। इसकी भी व्यापक व्यवस्था प्रशासन के स्तर पर की गई…कुलजमा देखा जाए तो प्रदेश में किसान के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने के लिए कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ता। सरकार किसान हितेषी खुद को बताती है, तो विपक्ष किसान के मुद्दों को हर बार भुनाने की कोशिश करता है । इस बार मानसून सत्र में खाद के अलावा किसानों से जुड़े दूसरे मुद्दों पर हंगामा देखा जा रहा। सत्ता पक्ष हर बार आरोप लगाता है कि विपक्ष के हंगामे में अक्सर जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाती…खाद का मुद्दा आगे तूल पकड़ता है या नही देखने वाली बात होगी…फिलहाल विधानसभा में किसान और खाद पर पक्ष-विपक्ष दोनों आमने सामने हैं…मनोज राठौर
मध्य प्रदेश में खाद पर सियासत, विधान सभा में जमकर हुआ हंगामा

