वाराणसी से गूंजा भारत का शंखनाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवित्र नगरी काशी की धरती से एक बार फिर राष्ट्र को एकजुट करने और दुश्मनों को कड़ा संदेश देने का काम किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भगवान महादेव को समर्पित करते हुए पीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब न केवल अपनी बेटियों के सम्मान की रक्षा करेगा, बल्कि दुश्मनों को करारा जवाब भी देगा। इस मौके पर उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी और विपक्षी दलों कांग्रेस व समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा हमला बोला। साथ ही, काशी में 2200 करोड़ रुपये की 52 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिससे विकास की गंगा और तेजी से बहेगी।
ऑपरेशन सिंदूर
बेटियों के सम्मान का प्रतीकप्रधानमंत्री ने वाराणसी में आयोजित एक विशाल जनसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बेटियों के सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “मैंने बेटियों के सिंदूर का जो वचन लिया था, वो अब पूरा हो गया है।” इस ऑपरेशन को भगवान शिव को समर्पित करते हुए पीएम ने इसे नए भारत की ताकत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि अब अगर कोई भारत की ओर आंख उठाकर देखेगा, तो उत्तर प्रदेश में बनी मिसाइलें आतंकियों को तबाह कर देंगी। यह बयान न केवल भारत की सैन्य ताकत को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
अब तबाही तयप्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा, “पाकिस्तान के एयरबेस आज ICU में हैं।” उन्होंने आतंकवाद को पनाह देने वालों को चेतावनी दी कि अगर कोई पाप करने की कोशिश करेगा, तो भारत चुप नहीं बैठेगा, बल्कि दुश्मनों को चुप कराएगा। पीएम ने यह भी कहा कि भारत अब भोलेनाथ की तरह शांत और सौम्य है, लेकिन जरूरत पड़ने पर कालभैरव बनकर दुश्मनों का संहार करने में भी पीछे नहीं हटेगा। यह बयान भारत की नई विदेश नीति और सैन्य रणनीति को दर्शाता है, जो आक्रामकता और आत्मरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखती है।
विपक्ष पर तीखा हमला
सेना का अपमान बर्दाश्त नहींप्रधानमंत्री ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को तमाशा बताने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जो लोग ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा कह रहे हैं, वे सेना के पराक्रम और हमारी बहनों के सम्मान का अपमान कर रहे हैं।” पीएम ने विपक्ष को याद दिलाया कि ये वही लोग हैं, जो सत्ता में रहते हुए आतंकियों को क्लीनचिट देते थे और देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते थे। उन्होंने विपक्ष के रवैये पर तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस और सपा को आतंकियों की हालत पर रोना आ रहा है, लेकिन भारत अब उनके आंसुओं से नहीं पिघलेगा।”
विकास की गंगा
2200 करोड़ की परियोजनाएंकाशी को विकास का नया केंद्र बनाने की दिशा में पीएम मोदी ने 2200 करोड़ रुपये की 52 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, और बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं, जो काशी को और अधिक समृद्ध और आधुनिक बनाएंगे। इसके साथ ही, पीएम ने किसानों के लिए सम्मान निधि की 20वीं किस्त के रूप में 20,500 करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में हस्तांतरित किए। यह राशि देशभर के लाखों किसानों के लिए आर्थिक संबल प्रदान करेगी।
लखपति दीदी
महिलाओं का सशक्तिकरणप्रधानमंत्री ने महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए बताया कि अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं। यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि समाज में उनकी स्थिति को भी मजबूत कर रही है। पीएम ने कहा कि काशी की धरती से शुरू हुई यह पहल अब पूरे देश में महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
नया भारत, नई ताकतप्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बार-बार ‘नए भारत’ की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि यह भारत न केवल अपनी संस्कृति और परंपराओं पर गर्व करता है, बल्कि अपनी ताकत को भी पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित करता है। “नया भारत अब भोलेनाथ को पूजता है और दुश्मनों के लिए कालभैरव बन जाता है।” यह बयान भारत की दोहरी ताकत को दर्शाता है—एक ओर शांति और संस्कृति, दूसरी ओर सैन्य शक्ति और दृढ़ संकल्प।
काशी
विकास और आध्यात्म का संगमवाराणसी, जो भगवान शिव की नगरी के रूप में जानी जाती है, अब विकास और आधुनिकता का भी प्रतीक बन रही है। पीएम मोदी ने काशी को न केवल आध्यात्मिक केंद्र, बल्कि आर्थिक और सामाजिक प्रगति का गढ़ बताया। उन्होंने कहा कि काशी से निकली यह गरज पूरे विश्व में गूंजेगी और भारत को वैश्विक मंच पर और मजबूत करेगी।
निष्कर्ष
भारत अब चुप नहीं बैठेगाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन न केवल काशीवासियों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने अपनी सैन्य ताकत का परिचय दिया, तो वहीं विकास परियोजनाओं और किसान सम्मान निधि के जरिए आर्थिक प्रगति की नींव को और मजबूत किया। विपक्ष को करारा जवाब देते हुए पीएम ने स्पष्ट किया कि भारत अब न तो आतंकवाद को बर्दाश्त करेगा और न ही विकास के रास्ते में आने वाली बाधाओं को। काशी से निकली यह हुंकार नए भारत की ताकत और संकल्प को दर्शाती है—अब भारत चुप नहीं बैठेगा, भारत चुप कराएगा!