Raja Hatyakaand: इंदौर का राजा रघुवंशी, जिसकी शादी अभी मई में ही हुई थी, अपने सपनों और नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए पत्नी सोनम के साथ हनीमून पर शिलांग पहुंचा था।
किसी ने नहीं सोचा था कि महज़ कुछ दिनों में यह रोमांटिक सफर एक खौफ़नाक हादसे में बदल जाएगा।
भाई का बदला रुख
राजा की मौत के बाद उसका परिवार न्याय की लड़ाई लड़ रहा है। इस बीच एक ऐसा मोड़ आया जिसने सबको चौंका दिया।
मुख्य आरोपी सोनम का भाई गोविंद, जो अब तक राजा के भाई विपिन रघुवंशी के साथ खड़ा था, अचानक ही उनसे अलग हो गया।
विपिन का कहना है कि शुरुआत में गोविंद ने साथ देने और एक ही वकील रखने का वादा किया था।
लेकिन अब उसने चुपचाप अपना वकील बदल लिया और उनसे दूरी बना ली। पीड़ित परिवार को यह कदम कहीं न कहीं धोखे जैसा लग रहा है।
चार्जशीट में साफ तस्वीर
एसआईटी ने हाल ही में 790 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। इसमें राजा की पत्नी सोनम, उसके प्रेमी राज सिंह कुशवाहा और अन्य सहयोगियों के खिलाफ ठोस सबूत पेश किए गए हैं।
आरोप है कि सोनम और उसके प्रेमी ने मिलकर हत्या की साजिश रची और सबूत मिटाने की कोशिश की।
सपनों से साज़िश तक
राजा और सोनम की शादी को अभी कुछ ही दिन हुए थे। दोनों 21 मई को हनीमून के लिए शिलांग पहुँचे और सोहरा घूमने गए।
26 मई को दोनों लापता हो गए। लगातार सर्च ऑपरेशन के बाद 2 जून को वेई सावडोंग झरने के पास से राजा का शव मिला।
उस पल की पीड़ा राजा के परिवार के लिए शब्दों में बयां करना मुश्किल है। जिसने नई ज़िंदगी की शुरुआत करनी थी, उसकी कहानी अचानक वहीं ख़त्म हो गई।
पत्नी बनी आरोपी
राजा की मौत के बाद खुलासा हुआ कि इस हत्याकांड के पीछे उसकी पत्नी सोनम और उसके प्रेमी की साज़िश थी। सोनम ने यूपी में सरेंडर कर लिया और उसी दिन से यह केस देशभर में चर्चा का विषय बन गया।
न्याय की राह अब और कठिन
राजा के भाई विपिन अब भी न्याय की लड़ाई में डटे हैं। लेकिन सोनम के भाई गोविंद का रुख बदलना और वकील अलग कर लेना उनके लिए रास्ता और कठिन बना सकता है।
यह कहानी सिर्फ एक हत्या की नहीं, बल्कि टूटे रिश्तों, धोखे और इंसाफ़ की तलाश की कहानी है।