उज्जैन। सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की की टीम आज महाकाल मंदिर पहुंची। जहां उन्होंने मंदिर के शिखर, दीवारों और पत्थर की जांच की है। साथ ही टीम ने श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के शिखर और अन्य पत्थरों के नमूने भी लिए हैं। वहीं सीबीआरआई की टीम के सदस्य मंदिर में किए गए नए निर्माण को भी देखेंगे। टीम ने मंदिर परिसर में बने मंदिर से भी कई सैंपल लिए हैं।(Mahakal Mandir)
मंदिर के शिखर का निरीक्षण
सीबीआरआई के जांच दल ने सबसे पहले मंदिर के शिखर का निरीक्षण किया और पत्थरों के कुछ नमूने इकट्ठा किए हैं। इसके साथ ही टीम यह भी देख रही है कि नए निर्माण में किस प्रकार की सामग्री और पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है और यह पुराने स्ट्रक्चर पर कैसा प्रभाव डाल सकता है।(Mahakal Mandir)
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दरअसल, इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर भी सीबीआरआई की टीम ने मंदिर का निरीक्षण किया था। जब ज्योतिर्लिंग क्षरण का मुद्दा सामने आया था। इस बार मंदिर समिति की पहल पर प्राचीन और नए निर्माण की स्थिति की जांच के लिए सीबीआरआई की विशेषज्ञ टीम को आमंत्रित किया गया है। जांच के बाद ही मंदिर के रहस्यों से पर्दा उठ सकेगा। फिलहाल टीम जांच कर रही है।