अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं दिखेगा रसेल पावर
वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। 37 साल के इस ऑलराउंडर ने करियर के आखिरी दो मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टी20 के रूप में खेले। इस सीरीज में हालांकि, वह कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन अब यह तो तय है कि अब उनकी दमदार हिटिंग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं दिखेगी। इसकी वजह से उन्हें कई नाम भी मिले…जैसे ‘रसेल मसल’, ‘रसेल पावर’…इत्यादि।
रसेल का प्रदर्शन
रसेल ने वेस्टइंडीज के लिए एक टेस्ट, 56 वनडे और 86 टी20 मैच खेले। टेस्ट में उनके नाम दो रन और एक विकेट है। वहीं, वनडे में उन्होंने 27.91 की औसत और 130.23 के स्ट्राइक रेट से 1034 रन बनाए, जबकि 31.84 की औसत से 70 विकेट भी लिए। 92 रन उनका सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन, जबकि 35 रन देकर चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन रहा। टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 163.80 के स्ट्राइक रेट से 1122 रन बनाए और 64 विकेट भी अपने नाम किए। 19 रन देकर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन और 71 रन उनका सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन रहा। 2019 से रसेल वेस्टइंडीज के लिए सिर्फ टी20 ही खेल रहे थे।
दो बार वेस्टइंडीज को जिता चुके टी20 विश्व कप
यह 37 वर्षीय खिलाड़ी 2012 और 2016 में आईसीसी टी20 विश्व कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा था। हालांकि, रसेल का असली जलवा टी20 लीग में दिखा है। वह टी20 लीग खेलना जारी रखेंगे। रसेल दुनियाभर की टी20 लीग का हिस्सा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और लीग को मिलाकर उन्होंने 563 मैचों में 168 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 9,360 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने दो शतक और 33 अर्धशतक लगाए। नाबाद 121 रन टी20 में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। टी20 में उन्होंने एक गेंदबाज के रूप में 485 विकेट लिए हैं, जिसमें 5/15 के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े शामिल हैं।
वेस्टइंडीज क्रिकेट ने आभार व्यक्त किया था
वेस्टइंडीज क्रिकेट ने रसेल के संन्यास के एलान पर लिखा था, ‘शुक्रिया, ड्रे रस! दो बार टी20 विश्व कप चैंपियन बनने से लेकर मैदान के अंदर और बाहर 15 साल तक आपकी अद्भुत शक्ति से आपने वेस्टइंडीज के लिए पूरे दिल, जुनून और गर्व के साथ खेला। वेस्टइंडीज आपको सलाम करता है!’ वहीं, रसेल ने कहा, ‘शब्द इसका मतलब नहीं समझा सकते। वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन की सबसे गौरवपूर्ण उपलब्धियों में से एक है। जब मैं बच्चा था, तो मुझे इस स्तर तक पहुंचने की उम्मीद नहीं थी, लेकिन जितना अधिक आप खेलना शुरू करते हैं और खेल से प्यार करते हैं, आपको एहसास होता है कि आप क्या हासिल कर सकते हैं। इसने मुझे बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया क्योंकि मैं मरून रंग में अपनी छाप छोड़ना चाहता था और दूसरों के लिए प्रेरणा बनना चाहता था।’रसेल ने कहा, ‘मुझे वेस्टइंडीज के लिए खेलना पसंद है और मुझे अपने परिवार और दोस्तों के सामने घर पर खेलना पसंद है, जहां मुझे अपनी प्रतिभा दिखाने और उच्च गुणवत्ता वाले प्रदर्शन करने का मौका मिलता है। मैं कैरेबियाई देशों से आने वाली अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए रोल मॉडल बनकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का उच्च अंत करना चाहता हूं।’ रसेल ने भारत और श्रीलंका की मेजबानी में फरवरी 2026 में होने वाले अगले आईसीसी टी20 विश्व कप से महज सात महीने पहले संन्यास लिया है। रसेल हाल के दिनों में वेस्टइंडीज की दूसरी हाई-प्रोफाइल रिटायरमेंट है। हाल ही में टीम के युवा बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। उन्होंने 29 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
रसेल का रिकॉर्ड जो टूटना मुश्किल
दरअसल, साल 2011 में भारत ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था। तब नॉर्थ साउंड में हुए वनडे में आंद्रे रसेल ने नौवें नंबर पर बल्लेबाजी की थी और नाबाद 92 रन की पारी खेली थी। 64 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने आठ चौके और पांच छक्के लगाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 143.75 का रहा था। नाबाद 92 रन वनडे क्रिकेट में नौवें या इससे निचले नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है। उनके बाद वेस्टइंडीज के ही रवि रामपॉल का नंबर आता है, जिन्होंने 2011 में ही विशाखापत्तनम में वनडे में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 75 गेंद पर नाबाद 86 रन बनाए थे। रसेल द्वारा वनडे में बनाया गया यह रिकॉर्ड शायद ही कोई नौवें या इससे नीचे बैटिंग करने वाला खिलाड़ी तोड़ पाए।