भोपाल| मध्यप्रदेश के बहुचर्चित मछली परिवार केस में अभी तक मुख्य सरगना शारिक मछली की गिरफ्तारी नहीं हो सकती। तमाम शिकायत होने के बावजूद सरगना गिरफ्त से दूर है। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे। भोपाल से देखिए हमारी ये रिपोर्ट…
- शारिक मछली पर किसकी मेहरबानी !
- शिकायत के बावजूद नहीं हो रही FIR
- 40 दिन बाद भी गिरफ्त से दूर शारिक मछली
- अपहरण, मारपीट, रेप को लेकर शिकायत
- पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
भोपाल में मछली परिवार केस में चालीस दिन से जांच जारी है। पुलिस के अलावा इस मामले की जांच प्रशासन की अलग-अलग एजेंसियां कर रही। इस हाईप्रोफाइल केस में शारिक मछली का नाम सामने आ रहा। सरकारी जमीन पर किए गए उसके अवैध कब्जे को भी तोड़ा गया। इसके अलावा शारिक के खिलाफ मारपीट, अपहरण और रेप जैसे गंभीर मामलों की शिकायत भी हुई। सरकारी जमीन पर कब्जे का मामला पहले ही उजागर हो चुका। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि तमाम शिकायतों के बावजूद शारिक मछली पर किसकी मेहरबानी है। 23 जुलाई शारिक मछली के भाई शाहवर और भतीजे यासीन को ड्रग तस्करी में पकड़ा गया था। अभी दोनों आरोपी सलाखों के पीछे हैं।
केस नंबर – 01
- पिपलानी थाने में 11 सितंबर 2024 को एक युवती ने शिकायत की थी
- यासीन की गिरफ्तारी के बाद पीड़िता ने फिर 25 जुलाई को शिकायत की
- शारिक के परिचित ने उससे रेप किया और वीडियो बनाया
- रेस्टोरेंट में रेप किया और अश्लील वीडियो शारिक को भेजा
- पुलिस ने अभी तक शारिक के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की
केस नंबर – 02
- 31 जुलाई को राजेश तिवारी ने अशोका गार्डन थाने में शिकायत की
- शारिक पर अपहरण, मारपीट, अवैध वसूली का आरोप लगाया
- पुलिस को सबूत के तौर पर अवैध वसूली के दस्तावेज भी दिए
- अभी तक शारिक और उसके साथियों पर FIR दर्ज नहीं हुई
शारिक मछली को लेकर को लेकर पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि जिस क्लब 90 में हिंदू छात्राओं से फरहान और उसके साथी रेप करते थे। इसी में दिव्यांश जबरन पीड़िता को ले गया। यहां उसने शारिक मछली और मोहित बघेल से परिचय करवाया। दिव्यांश ने बताया कि वह शारिक के लिए काम करता है और न्यूड वीडियो शारिक को ही देता है। उसने यह भी दावा किया कि शारिक के रसूख के कारण ही पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है। इसके अलावा पूर्व रेलकर्मी राजेश तिवारी ने भी शारिक के खिलाफ शिकायत की थी।
मछली परिवार मामले में सबसे पहले भोपाल क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई की। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि क्राइम ब्रांच ड्रग्स और अवैध हथियार तस्करी को लेकर जांच कर रही। इसके अलावा दूसरी शिकायतों की जांच संबंधित थाना पुलिस कर रही।
शारिक मछली के खिलाफ इन दो मामलों के अलावा कोकता के स्थानीय निवासियों ने भी शिकायत की। ये शिकायत संबंधित थानों से लेकर पुलिस अधिकारियों से की गई। लेकिन हैरत की बात है कि आखिरकार शारिक मछली पर किसकी मेहरबानी है। कौन उसे बचा रहा और किसके संरक्षण से उसे बचाया जा रहा। ऐसे कई सवाल है, जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठा रहे।
MANOJ RATHORE, BSTV, BHOPAL