Snakebite Protection: सांप का नाम सुनते ही अक्सर लोगों की रूह कांप उठती है। चाहे सांप ज़हरीला हो या न हो, डर सभी को लगता है। इंसानों को सांप काटने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं और कई बार ज़हरीले सांप के डसने से लोगों की जान भी चली जाती है।
मध्यप्रदेश जैसे बड़े और ग्रामीण इलाकों वाले राज्य में हर साल हज़ारों लोग सांप के काटने का शिकार होते हैं और इनमें से कई अपनी जान गंवा बैठते हैं।
ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि सांप के काटने पर तुरंत क्या करना चाहिए और घर-आंगन में सांपों को आने से कैसे रोका जा सकता है। सही जानकारी और सतर्कता से न केवल डर कम किया जा सकता है, बल्कि कई जानें भी बचाई जा सकती हैं।
मध्यप्रदेश में सांपों की प्रजाती
मध्यप्रदेश में करीब 60–70 तरह के सांप पाए जाते हैं। इनमें से ज्यादातर सांप ज़हरीले नहीं होते और इंसानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते।
हालांकि, यहां चार ऐसे सांप ज़हरीले सांप पाए जाते हैं जो इंसानों के लिए सबसे खतरनाक माने जाते हैं- कोबरा, क्रेट, रसैल वाइपर और सॉ-स्केल्ड वाइपर। इन्हें ही “भारत के चार बड़े ज़हरीले सांप” कहा जाता है।
सांप के काटने से हर साल इतनी मौतें
मध्यप्रदेश में हर साल सांप के काटने से बड़ी संख्या में लोगों की जान जाती है। सरकारी रिकॉर्ड और मुआवजा आंकड़ों के आधार पर अनुमान है कि लगभग 3,000 मौतें हर साल दर्ज होती हैं।
कुछ स्टडीज के अनुसार, यह संख्या वास्तव में 5,000 से भी ज्यादा हो सकती है। ज्यादातर मौतें इस वजह से होती हैं कि लोग समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते या झाड़-फूंक और घरेलू टोटकों में समय गंवा देते हैं।
मौत होने पर इतना मुआवज़ा
मध्यप्रदेश सरकार ने सांप के काटने से मौत होने पर पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपये का मुआवज़ा देने का प्रावधान किया है।
यह मुआवजा केवल उन्हीं मामलों में दिया जाता है जहां अस्पताल या पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण सांप के काटने को साबित किया जाता है।
सांप के काटने पर क्या करें?
- यदि सांप काट ले तो रोगी को शांत बैठाएं या लिटाएं।
- उसे भागने या ज़्यादा हिलने-डुलने न दें।
- जिस हाथ या पैर को सांप ने काटा है, उसे दिल से नीचे रखें।
- गहने या कसने वाले कपड़े तुरंत निकाल दें
- घाव को केवल पानी से धोएं और तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं
घर के पास सांप दिखे तो क्या करें?
अगर घर या आंगन के आसपास सांप दिखे तो घबराने के बजाय शांत रहें। शोर न मचाएं और सांप को छेड़ें नहीं। कम से कम 10–15 फीट की दूरी बनाए रखें और उसे खुद निकल जाने का समय दें। बच्चों और पालतू जानवरों को सुरक्षित जगह पर रखें। यदि जरूरत हो तो तुरंत पुलिस, आपातकालीन हेल्पलाइन (100/112) या फॉरेस्ट विभाग को सूचना दें।
शहर (City) | संपर्क व्यक्ति/संस्था | मोबाइल नंबर |
---|---|---|
इंदौर (Indore) | District Snake Picker (जिला प्रशासन) | 9179137698 |
भोपाल (Bhopal) | Moh. Saleem (“सलीम साँप वाले”) | 9827060084 |
ग्वालियर (Gwalior) | Anurag Gurjar (Snake Catcher) | 9584731119 |
खरगोन (Khargone) | Snake Rescue Khargone | 8109176576 |
घर से सांप को दूर रखने के उपाय
सांप आमतौर पर वहीं आते हैं जहां उन्हें छिपने की जगह और खाना (जैसे चूहे) आसानी से मिल जाए। इसलिए घर और आंगन को साफ-सुथरा रखें। झाड़-झंखाड़, कबाड़ या लकड़ी के ढेर न रखें। दीवारों और फर्श की दरारें सील कर दें और अनाज को ढक्कन वाले ड्रम में रखें। दरवाजों और खिड़कियों पर जाली या रबर गार्ड लगाएं। रात के समय बाहर जाते समय टॉर्च और जूते का इस्तेमाल करें।
क्या न करें?
सांप के काटने पर झाड़-फूंक, नींबू-मिर्च या घरेलू टोटकों पर भरोसा न करें। घाव को काटना, चूसना या जलाना खतरनाक है। अंग पर कसकर पट्टी (टूर्निकेट) न बांधें और न ही शराब या दवा दें। याद रखें कि केवल अस्पताल में मिलने वाला एंटी-वेनम इंजेक्शन ही सांप के जहर का इलाज है।