रायपुर ब्यूरो, BSTV | छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बा र फिर हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के दिल्ली दौरे से लौटने के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें जोरों पर हैं। सूत्रों के अनुसार, रक्षाबंधन के बाद कभी भी नए मंत्रियों की घोषणा की जा सकती है।
कई नए और पुराने चेहरों की एंट्री तय मानी जा रही
बीजेपी नेतृत्व अब सामाजिक समीकरण और संगठनात्मक संतुलन साधने की कोशिश में है। इसलिए इस बार मंत्रिमंडल में वरिष्ठ नेताओं के साथ कुछ नए चेहरों की भी एंट्री लगभग तय मानी जा रही है।
इन नामों की हो रही सबसे ज़्यादा चर्चा:
- राजेश अग्रवाल (अंबिकापुर):
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को हराकर चर्चा में आए राजेश अग्रवाल का नाम लगातार मजबूत हो रहा है। उन्हें विधानसभा में विपक्ष के बड़े चेहरे को हराने का इनाम मिल सकता है।
- गजेंद्र यादव (भिलाई):
संगठन में मजबूत पकड़ और लगातार जीत का रिकॉर्ड। उनके नाम पर संगठन के भीतर मजबूत समर्थन है।
- गुरु खुशवंत (आरंग):
सामाजिक समीकरणों को साधने और ओबीसी वोट बैंक को मैसेज देने के लिहाज से उनका नाम प्रबल दावेदारों में शामिल।
वरिष्ठ नामों में अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल शामिल
ये दोनों नेता पहले से ही पार्टी की रणनीतिक धुरी रहे हैं। अनुभव और संतुलन के आधार पर इनकी मंत्रिमंडल में वापसी मानी जा रही है।
रक्षाबंधन के बाद तय माना जा रहा टाइमफ्रेम
सूत्रों का कहना है कि 10 अगस्त के बाद कभी भी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। दिल्ली से सीएम की हरी झंडी मिलते ही पार्टी संगठन लिस्ट को अंतिम रूप देगा।
सीएम के दिल्ली दौरे के बाद बढ़ी हलचल
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हाल ही में दिल्ली से लौटे हैं, जहां उन्होंने संगठन के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कैबिनेट में सामूहिक प्रतिनिधित्व और क्षेत्रीय संतुलन पर दिल्ली में चर्चा हुई है।