मध्यप्रदेश के बहुचर्चित मछली परिवार मामले में एक और बड़ा खुलासा सरकारी जमीन को लेकर हुआ। पुलिस की एफआईआर में फर्जी दस्तावेज से सरकारी जमीन की रजिस्ट्री करने का पता चला। पुलिस ने एक दिन में सात एफआईआर दर्ज की। मछली परिवार के शारिक हो या फिर दूसरे सदस्य। सभी ने दूसरों के नाम पर सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री कराई। मछली परिवार ने करोड़ो की सरकारी जमीन में हेराफेरी की। ये खुलासा बिलखिरिया पुलिस की सात अलग-अलग FIR में हुआ। आरोपियों ने सरकारी को प्राइवेट जमीन बताकर बिजली मीटर लगवा लिए। 2500 स्क्वायर फिट पर बन रही 2 मंजिला इमारत की रजिस्ट्री सोहेल मछली के ड्राइवर राकेश यादव और राजेन्द्र साहू के नाम पर निकली। पुलिस ने बिजली विभाग, एसडीएम, तहसीलदार की जांच रिपोर्ट पर रिपोर्ट दर्ज की। ये सभी एफआईआरबिलखिरिया थाना पुलिस ने 26 जुलाई को ही दर्ज की थी। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित मछली परिवार मामले में एक और पीड़ित व्यक्ति सामने आया है । व्यक्ति का नाम राजेश तिवारी है। वह दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि 2016 में शारिक मछली ने दुर्गा पंडाल में अपना फोटो ना लगाने पर उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने उस समय उन पर ही हत्या के प्रयास का केस दर्ज जेल भेज दिया। उन्होंने कहा कि उसकी कोकता ही नहीं बल्कि नरेला क्षेत्र मे गुंडागर्दी चलती है । उन्होंने कहा कि जब शारिक मछली समेत तीन लोगों के खिलाफ केस शुरू हुआ, तो 2021 में नेहरू चौराहे से शारिक और उसके गुंडो ने लाल रंग की थार गाड़ी से उनका अपहरण कर लिया। मौके पर विरोध करने पर तिवारी के साथी पर रिवाल्वर तान दी। कमरे में लड़कियों की चीख सुनाई दी… आरोप है कि शारिक उन्हें कोकता ले गया। ड्रग्स दी और मारपीट की। उन्होंने कहा कि साथ रिवाल्वर दिखाया। उन्होंने कहा कि उस समय उनके बैंक अकाउंट से पचास हजार रुपए भी निकाल लिए। इस मामले की शिकायत सबूतों के साथ की, लेकिन कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की। उनका आरोप है कि कोकता में उस समय एक लड़की को घसीटकर एक कमरे में बंद कर दिया गया। उस कमरे से और भी लड़कियों के चीखने की आवाज आ रही थी।
MANOJ RATHORE BSTV BHOPAL…