भोपाल। मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में देर रात 3 और हाथियों की मौत हो गई। जिसके बाद मरने वाले हाथियों का आंकड़ा 7 पर पहुंच गया है। इससे एक दिन पहले मंगलवार को 4 हाथियों ने दम तोड़ा था। जानकारी के मुताबिक दो अन्य हाथियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिनका वेटरनरी डॉक्टरों की टीम इलाज कर रही है। (Bandhavgarh National Park)
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वन मंत्री ने दिए जांच के आदेश
घटना के बाद वन मंत्री रामनिवास रावत ने SIT गठित करने के निर्देश दिए हैं। PCCF वन्य जीव एवं मुख्य वन्य जीव अभिरक्षक मध्य प्रदेश को दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। (Bandhavgarh National Park)
वनमंत्री ने एक्स पर ट्वीट कर कहा, “बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चार अनमोल हाथियों की असमय मृत्यु अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। इन अद्भुत प्राणियों का जाना हमारे पर्यावरण और वन्य जीवन के संतुलन पर गहरा आघात है। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं इन निर्दोष जीवों के प्रति हैं, जिन्होंने प्रकृति की रक्षा में अनगिनत योगदान दिया।” (Bandhavgarh National Park)
शवों का पोस्टमॉर्टम जारी
डॉक्टरों ने प्राथमिक तौर पर जहरखुरानी की आशंका जताई है। हाथियों के शव का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है। जिसके बाद उनके शव को दफनाया जाएगा। इसके लिए 300 बोरी नमक मंगाया गया है। वहीं गड्ढा खोदने के लिए दो जेसीबी बुलाई गई हैं।
बांधवगढ़, संजय टाइगर रिजर्व समेत कटनी, उमरिया और स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ जबलपुर के वेटरनरी डॉक्टरों की टीमें अस्वस्थ हाथियों के इलाज लगे हुए हैं। भोपाल से एसटीएफ की टीम भी पहुंची है। 5 किलोमीटर के एरिया में जांच की जा रही है।
कहा जा रहा है कि मंगलवार को पनपथा बफर के सलखनियां बीट में धान की फसल में किसानों ने कीटनाशक का छिड़काव किया था। उसी फसल को करीब 13 हाथियों के झुंड ने खा लिया। जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। एक-एक कर चार हाथियों ने दम तोड़ दिया।