भोपाल। आज पूरा देश में गुरू पूर्णिमा (Guru Purnima festival) को मनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में भी इस पावन पर्व को लोग धूमधाम से मना रहे हैं। राज्य के खंडवा स्थित दादा धूनी वालों की समाधि हो या फिर छतरपुर के बागेश्वरधाम या कोई अन्य धार्मिक स्थान। हर जगह बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं।
खंडवा स्थित धूनी वाले दादा (Guru Purnima festival) के समाधि स्थल पर बाबा के भक्त मत्था टेककर धूनीमाई में आहूति दे रहे हैं। यहां आज के दिन करीब 4 लाख श्रृद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। लोगों की भीड़ को देखते हुए आज के दिन कोई पूजा या फिर विशेष आरती का आयोजन नहीं किया जाएगा।
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कल से ही खंडवा के रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हजारों लोग एकत्रित हो रहे हैं। मंदिर ट्रस्टी के अनुसार रविवार सुबह 5 बजे से दादा के दर्शन होने शुरू हुए थे जो कि अभी भी जारी हैं। कहा जा रहा है कि दोपहर 12 बजे तक 40 से 50 हजार भक्त दर्शन कर चुके हैं।
वहीं बात करें सीहोर के कुबेरेश्वर धाम की तो यहां गुरु पूर्णिमा के अवसर पर एक दिन का दीक्षा समारोह आयोजित किया गया है। इस समारोह में शामिल होने के लिए मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा-व्यवस्था और यातायात की व्यवस्था को संभाल रहे हैं।
छतरपुर जिले के विश्व प्रसिद्ध बागेश्वरधाम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। 18 जुलाई को शुरू होने वाला यह पांच दिवसीय महोत्सव 22 जुलाई को शुरू होगा। यहां की सुरक्षा-व्यवस्था और यातायात को सही बनाए रखने के लिए छतरपुर समेत चार जिलों का पुलिस बल लगा हुआ है।
भगवान श्री कृष्ण की शिक्षास्थली उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में आज गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस मौके पर पहली बार पाठशाला जाने वाले बच्चों का विद्यारंभ किया गया। गुरु महर्षि सांदीपनि और भगवान कृष्ण के सामने मुख्य पुजारी ने मंत्रोच्चार के साथ पाठशाला के नए छात्रों को स्लेट पूजन करा लिखना सिखाया।
सीएम ने दी प्रदेशवासियों को बधाई
गुरु पूर्णिमा के मौके पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘भारत के गुरुकुलों ने अपनी अलग पहचान बनाई है। यहां दुनियाभर के युवा ज्ञान प्राप्त करने आते रहे हैं। इस परंपरा की पुनर्स्थापना हो, ऐसी कामना है।’ वह आज गुरू पूर्णिमा के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में इंदौर के अहिल्या विश्वविद्यालय में शामिल हुए।