जबलपुर। पुणे के बहुचर्चित हिट एंड रन केस का शिकार हुई जबलपुर की सॉफ्टवेयर इंजीनियर अश्विनी कोष्टा के शव का अंतिम संस्कार आज जबलपुर स्थित श्मशान घाट में संपन्न हुआ। घर से 25 वर्षीय अश्विनी कोष्टा की अर्थी जैसे ही उठी मानो पूरे इलाके में मातम पसर गया। परिजनों का जहां रो-रो कर बुरा हाल है वही अश्विनी की मां बेटी के जाने के गम में सदमे में हैं।
19 मई को पुणे में हुए बहुचर्चित हिट एंड रन केस में नाबालिग आरोपी को अदालत से जमानत मिलने के बाद सोशल मीडिया में न्याय की एक अलग ही जंग शुरू हो गई है। आज इस मामले में आम जनता के दबाव के चलते आरोपी नाबालिग बेटे के पिता की गिरफ्तारी संभव हो पाई। रईस ज़ादे की इस करतूत ने दो जिंदगियां निगल ली जिसमें जबलपुर की होनहार अश्विनी कोष्टा भी शामिल थी।
कठोर कार्यवाही की मांग
इस पूरे घटनाक्रम में पुणे में जहां सड़कों पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है वहीं जबलपुर में भी परिजन अब जल्द से जल्द कठोर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। आज शमशान भूमि में परिजनों ने अपनी होनहार बिटिया का अंतिम संस्कार कर यही मांग की है कि शराब के नशे में ढाई करोड़ कीमत की कार चला रहे रईस ज़ादे ने उनकी खुशियां छीन ली हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार से उनकी यही उम्मीद है कि वह इस मामले में और आए दिन जो नाबालिग किशोर शराब के नशे में धुत्त होकर वाहन चलाते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई का कानून बनाए, ताकि भविष्य में किसी के घर का चिराग ना बुझे।