आदिवासियों को धर्म में बांटा…क्‍या आदिवासी हिंदू नहीं..? | नेता प्रतिपक्ष का बयान पर उठे कई सवाल

भोपाल | मध्‍यप्रदेश में राजनीति का स्‍तर शेयर मार्केट की तरह उछाल मार रहा। कोई भी दल राजनीति को अलग-अलग तरीके से परिभाषित कर रहे। अब ताजा मामला कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का है। उमंग सिंघार आदिवासियों को हिंदू नहीं मानते। इस बयान पर सियासी बवाल मच गया।

 

आदिवासी वोट बैंक के चक्कर में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक ऐसा बयान दिया। जिस पर सियासत शुरू हो गई। उन्होंने छिंदवाड़ा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज को अपनी अलग पहचान बनाने की जरूरत है। गर्व से कहो हम आदिवासी हैं, हिंदू नहीं।

Umang Singhar vows to defend tribal identity, culture and their rights |  Central India's Premier English Daily

  • नेता प्रतिपक्ष का बयान पर उठे सवाल
  • आदिवासी…बयान…मचा सियासी घमासान
  • उमंग सिंघार पाप कर रहे
  • बीजेपी-कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया तुष्टिकरण का आरोप

 

उमंग सिंघार ने रामायण की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि शबरी ने राम को बेर खिलाए थे और शबरी आदिवासी थी। उन्‍होंने कहा कि हमें हिंदू बनाने की बात की जाती। आदिवासी हिंदू नहीं है वो आदिवासी है। ये बात मैं कई साल से कह रहा हूं। गर्व से कहो हम आदिवासी हैं। आदिवासियों की पहचान पेड़,पक्षी, नदियां हैं।

उमंग सिंघार के इस बयान पर सियासी बवाल मच गया।बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि आदिवासी के गले में क्रॉस लटकाने और सोनिया गांधी जी को खुश करने के लिए उमंग सिंघार पाप मत करो। हिंदुस्तान आपसे नाराज़ हो जाएगा। आदिवासी हमारी सभ्यता का ध्वजवाहक है।

कांग्रेस ने बीजेपी के बयान पर पलटवार किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्‍ता अभिनव बरोलिया ने कहा कि बीजेपी किसी भी वर्ग की हितैषी नहीं। बीजेपी सरकार में आदिवासी वर्ग उपेक्षित रहा।उमंग सिंघार आदिवासी के हक की लड़ाई लड़ रहे।बीजेपी आदिवासी के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति कर रही।BITEरामेश्‍वर शर्मा, बीजेपी विधायकBITEअभिनव बरोलिया, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्‍ता

प्रदेश की राजनीति किस और जा रही। ये तो राजनेताओं को भी नहीं पता। वोट बैंक की राजनीति के लिए नेता कुछ भी कर रहे। ना जुबान पर लगाम है और ना ही राजनीति पर। बस, ऐसे राजनीतिक माइलेज मिले। यही सभी की कोशिश रहती।

MANOJ RATHORE, BSTV BHOPAL…

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