24 के रण में जीत की जुगत, छिन्दवाड़ा जीतने के लिए BJP का प्लान

कमलनाथ के क़रीबियों को बीजेपी में शामिल करवाओ, कमलनाथ के करीबी छिन्दवाड़ा महापौर और एक विधायक सहित 12 पार्षद बीजेपी में शामिल

भोपाल, विवेक राणा। बीजेपी ने देश भर में उन सीटों को चिन्हित किया है जहां बीजेपी को जीत नहीं मिल सकी थी। ऐसी सीटों को जीतने के लिए बीजेपी ने एक अलग प्लान तैयार किया है। मध्य प्रदेश की छिन्दवाड़ा सीट भी उन्ही में से एक है। छिन्दवाड़ा सीट पर कांग्रेस या यूँ कहें की कमलनाथ का 40 वर्षों से क़ब्ज़ा है। बीजेपी ने कमलनाथ के गढ़ को भेदने के लिए एक ख़ास प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत बीजेपी का लक्ष्य छिन्दवाड़ा जीतना है। आइए देखते हैं ये रिपोर्ट…

ख़ास-ख़ास 

-छिन्दवाड़ा महापौर और कमलनाथ के बेहद ख़ास विक्रम अहाके बीजेपी में शामिल हो गए
-शनिवार को छिन्दवाड़ा ज़िले के विधायक कमलेश शाह बीजेपी में शामिल हुए
-छिन्दवाड़ा में कमलनाथ का मैनेजमेंट देखने वाले सैयद जाफ़र बीजेपी में शामिल हो गए
-कमलनाथ के लिए विधानसभा की सीट छोड़ने वाले दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना बीजेपी में शामिल
-छिन्दवाड़ा के 12 कांग्रेस पार्षद बीजेपी में शामिल हो चुके है

2014 का लोकसभा चुनाव हो या फिर 2019 का, दोनों ही बार बीजेपी की आँधी चली थी। इस आँधी में राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेता भी चुनाव हारे थे मगर 2014 में कमलनाथ और 2019 में नकुलनाथ ने छिन्दवाड़ा से जीत दर्ज की। वहीं बीजेपी के बड़े नेताओं के दौर लगातार छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर दिखाई दे रहे हैं। हालांकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री पहलाद पटेल जैसे बड़े नेताओं का फोकस छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर है..सीएम मोहन यादव पर बीजेपी हाई कमान ने भरोसा जताया उन्हें सीएम बनाया। ऐसे में अब मोहन यादव पर भी इस सीट को जीताने का दबाव है। लिहाज़ा उन्होंने इस सीट को जीतने का संकल्प लिया है। छिन्दवाड़ा के कांग्रेस नेताओं की जॉइनिंग सीएम आवास में हो रही है । दूसरी तरफ़ सीएम ख़ुद छिन्दवाड़ा में रात तक रुक रहे है। यानी अपना ज़्यादा समय और ज़ोर वो छिन्दवाड़ा पर लगा रहे है।

छिंदवाड़ा के लिए D प्लान
हालांकि 29 लोकसभा सीट पर जीत के लिए जहां बीजेपी पार्टी A, B, C प्लान पर काम कर रही है तो वही छिंदवाड़ा के लिए D प्लान पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। हालांकि इस जॉइनिंग पर नकुलनाथ ने कांग्रेस विधायक को ग़द्दार तक करार दिया ,फ़िलहाल परिवार के साथ नकुलनाथ मोर्चा सम्भाले हुए है,19 अप्रैल को पहले ही चरण में यहाँ मतदान होना है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी कितनी भी जॉइनिंग करा ले छिंदवाड़ा की जनता कमलनाथ के साथ है

कितना पड़ेगा असर
जहां कमलनाथ के घर को जीतने के लिए बीजेपी इस बार पूरी ताकत लगाती हुई दिखाई दे रही है तो वही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी छिंदवाड़ा की बड़ी जवाबदारी दी गई है। अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री के छिंदवाड़ा दौरे का असर इस लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कितना पड़ता है क्या छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ कहलाएगा या कमल छिंदवाड़ा में फूल खिलाएगी यह तो आने वाला वक्त बताएग।

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