दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ से लाल आतंक के खात्मे के लिए साय सरकार के निर्देश पर पुलिस लगातार एंटी नक्सल अभियान चला रही है। इस अभियान को आज एक और बड़ी सफलता मिली है। दंतेवाड़ा जिले में चार नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। इनमें तीन महिला नक्सली शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इन सभी पर कुल मिलाकर 20 लाख रुपये का ईनाम था। ये नक्सली पूर्व में हुई कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं। सभी ने दंतेवाड़ा एसपी के समक्ष सरेंडर किया है। (naxalites surrender)
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20 लाख का था ईनाम
पुलिस ने पीसी कर इसके बारे जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि रीजनल कंपनी नम्बर 02 का सदस्य हुंगा तामो उर्फ तामोसुर्या और उसकी पत्नी आयती ताती ने आत्मसमर्पण किया है। दोनों पर 8 – 8 लाख रुपए का ईमान था। इनके अलावा उत्तर सब जोनल ब्यूरो सदस्या/राजनीतिक टीम सदस्य देवे उर्फ विज्जे पर 3 लाख रुपए और पूवर्ती आरपीसी KAMS क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन की अध्यक्ष पर 1 लाख रुपए का ईमान घोषित था। ये सभी समर्पित नक्सली कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं। (naxalites surrender)
बीजापुर में 8 नक्सलियों का सरेंडर
इससे पहले शनिवार (21 सितंबर) को बीजापुर में 8 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। इनमें 8 लाख रुपए का ईनामी पीपीसीएम प्लाटून नंबर 12 का कमांडर, 2 लाख की ईनामी प्लाटून नंबर 2 की पार्टी सदस्या, 1 लाख के ईनामी जनताना सरकार अध्यक्ष शामिल हैं।
बता दें कि इन सभी नक्सलियों ने हिंसा, खराब जीवन शैली, उपेक्षा और विचारधारा से क्षुब्ध होकर नक्सलवाद से दूरी बनाई है। वहीं सरकार की पुनर्वास नीति नियद नेल्ला नार जैसी योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है। बता दें इस साल की शुरूआत से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ में कुल 178 माओवादियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है।