क्या असर दिखाएगा महारानी का प्रचार ? राजसी ठाठ बाट छोड़कर महाराज के लिए मांग रहीं वोट

ग्वालियर, प्रहलाद सेन। प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है, लोक सभा इलेक्शन अपना परवान चढ रहा है। चुनाव प्रचार के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। मध्यप्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट गुना में भी चुनाव प्रचार के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं, गुना लोकसभा सीट पर ग्वालियर रियासत की महारानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया अपने पति केंद्रीय मंत्री महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए घर-घर जाकर वोट मांग रही हैं। गर्मी के मौसम में राजशाही ठाट बाट को छोड़कर, उन्होंने गुना लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार अभियान की कमान थाम ली है। प्रियदर्शनी राजे सिंधिया 4 अप्रैल तक गुना लोकसभा सीट पर अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने निकल पड़ी हैं।

इस दौरान उनका अलग अंदाज देखने को मिला। उन्होंने शिवपुरी जिले के पिछोर में जनता से जुड़ने की उन्होंने कोशिश की। जनता के मिजाज को समझने उन्होंने ग्रास लेवल पर इलेक्शन का माइक्रो मैनेजमेंट करने की कोशिश शुरू कर दी है। गुना लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी भविष्य दाव पर लगा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके परिवार के लिए यह चुनाव बेहद मायने रखता है। पिछली दफा ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के टिकट पर इस लोकसभा सीट पर चुनाव लड़े थे। लेकिन उन्हें 1 लाख से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा था।

गुना सीट से मैदान में सिंधिया
इस बार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के टिकट पर गुना लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में है। इसलिए केंद्रीय मंत्री सिंधिया और उनके परिवार इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। लिहाजा गुजरात के बड़ोदरा की गायकवाड राज परिवार की राजकुमारी और ग्वालियर के सिंधिया राजवंश की महारानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया अपने महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए गली-गली जाकर वोट मांग रही हैं। हालांकि उन्होंने 2019 में भी इसी तरह चुनाव प्रचार किया था लेकिन तब उन्हें निराशा हाथ लगी थी। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के भरोसे सिंधिया चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। सिंधिया राज परिवार के करीबी लोगों का मानना है कि महारानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया गुना लोकसभा सीट पर जनता के बीच अच्छी पकड़ रखती है। उनका प्रचार करना बेहद फायदेमंद साबित होगा।

कांग्रेस को नहीं आ रहा रास
सड़क पर उतरकर महारानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया का चुनाव प्रचार करना कांग्रेस को रास नहीं आ रहा। कांग्रेस का दावा है कि पूरा सिंधिया राज परिवार गुना में जमीन में उतरकर कितना भी प्रचार कर ले, लेकिन वहां केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को जीत नहीं मिलने वाली। कांग्रेस गुना में सिंधिया को बाहरी प्रत्याशी करार दे रही है। कांग्रेस का दावा है कि सिंधिया जनता से बहुत दूर है और वह गुनाह के रहने वाले भी नहीं है इसलिए जनता कांग्रेस के प्रत्याशी राव यादवेंद्र सिंह को ही अपना सांसद चुनेगी। कांग्रेस का यह भी कहना है कि गुना का चुनाव महाराजा और आम नागरिक के बीच है। इसके अलावा कांग्रेस का कहना है कि अब राजा रानी के दिन चले गए अब प्रजातंत्र में जनता ही अपना मुखिया चुनती है।

चर्चाओं में प्रचार
कुल मिलाकर गुना में महारानी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया का सड़कों पर उतरकर अपने पति महाराज सिंधिया के लिए चुनाव प्रचार करना सियासी चर्चाओं का विषय बना हुआ है। कांग्रेस इसे सियासत के चश्मे से देख रही है। जबकि प्रियदर्शनी राजे सिंधिया गुना लोकसभा सीट पर महिला वोटर को बीजेपी के पक्ष में लाने के लिए कोशिश में जुट गई है। हालांकि उनके यह प्रयास गुना लोकसभा सीट केंद्रीय मंत्री सिंधिया की जीत के लिए कितने कारगर साबित होंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा। फिलहाल महारानी प्रियदर्शनी राजे के चुनाव प्रचार अभियान में उतरने के बाद अब कुछ ही दिन में ग्वालियर रियासत के युवराज और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महान आर्यमन सिंधिया भी चुनाव प्रचार अभियान के लिए जमीन में उतरेंगे उनका फोकस गुना लोकसभा सीट के युवा मतदाताओं पर होगा। पिछली बार की तरह इस बार भी गुना लोकसभा सीट पर मुकाबला रोचक और दिलचस्प है।

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