नई दिल्ली | 17 अगस्त, 2018 को इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में बतौर प्रधानमंत्री पहली बार भाषण दिया। उन्होंने कहा- ‘मैं अल्लाह का शुक्र अदा करके शुरुआत करना चाहता हूं, जिसने मुझे पाकिस्तान में वो बदलाव लाने का मौका दिया, जिसके लिए ये देश 70 साल से इंतजार कर रहा था।’ इसके बाद उन्होंने बोला ” ‘पहली बात जो हम करेंगे, वो उन लोगों की जवाबदेही तय करना है, जिन्होंने इस देश को लूटा और कर्ज में डुबो दिया। किसी भी चोर के साथ बातचीत और समझौता नहीं करेंगे।’
8 फरवरी, 2024 को पाकिस्तान में फिर चुनाव हैं। नया पाकिस्तान बनाने का नारा देने वाले इमरान के लिए बीते 5 सालों में सब बदल गया है। पिछले चुनाव में 116 सीटें जीतकर सरकार बनाने वाली उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानी PTI इस बार गायब है। इमरान जेल में हैं। उन्हें तीन मामलों में कुल 27 साल की सजा हो चुकी है।इमरान की पार्टी का चुनाव चिह्न क्रिकेट बैट रद्द हो गया है, इसलिए सभी कैंडिडेट निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इमरान की गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा की वजह से ज्यादातर कैंडिडेट पर पुलिस केस दर्ज हैं। वे गिरफ्तारी के डर से प्रचार करने के लिए घरों से ही नहीं निकल पा रहे।
पाकिस्तान में चुनाव तय वक्त से 4 महीने लेट हो रहे हैं। PTI के अलावा नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन और बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा मुश्किल PTI के लिए है। इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में 9 मई, 2023 को PTI वर्कर्स ने कई जगह हिंसा और आगजनी की। इसके बाद पार्टी के कई नेता गिरफ्तार कर लिए गए, कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। चुनाव के ऐलान के बाद भी PTI के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकी है। PTI के नेता आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें चुनाव में बराबरी का मौका नहीं दिया जा रहा।