दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश में चुनावी बिगुल बज गया। चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसके बारे में जानकारी दी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी वोट डाला जाएगा। वहीं रिजल्ट 8 फरवरी को आएगा। (Delhi Assembly Elections 2025)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2025
डेढ़ करोड़ मतदाता करेंगे मतदान
राजीव कुमार ने दिल्ली के वोटर्स और पोलिंग बूथ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली में डेढ करोड़ वोटर हैं, जिनमें 83.49 लाख पुरुष, 79 लाख महिला वोटर्स हैं। 2.08 लाख नए वोटर्स जुड़े हैं। वोटिंग के लिए 33 हजार 330 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। (Delhi Assembly Elections 2025)
बता दें कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है। 70 विधानसभा सीटों में से 58 जनरल कैटेगरी की यानी अनारक्षित जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं। पिछले चुनाव यानी साल 2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां 8 फरवरी को वोटिंग हुई थी जबकि परिणाम 11 फरवरी को आए थे। चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 जबकि बीजेपी को 8 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं कांग्रेस 2015 की तरह एक बार फिर अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी।
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मुख्य चुनाव आयुक्त का दिखा शायराना अंदाज
तारीख घोषित करने से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपों पर 30 मिनट के फैक्ट्स के साथ सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि चुनाव में वोटर्स बढ़ाने,खास वर्ग को टारगेट करने को लेकर लगाए गए आरोप गलत हैं। चुनावी प्रक्रिया ऐसी होती है जिसे समाप्त करने में समय लगता है। यह सब एक तय प्रोटोकॉल के तहत होता है।इसे लेकर उन्होंने 3 शायरी भी सुनाईं।
पहली शायरी..
कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं,मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है,
शिकायत भले ही हो, मगर सुनना, सहना सुलझाना हमारी आदत है।
दूसरी शायरी..
सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है
आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, रूबरू जवाब बनता है,
क्या पता कल हम हो न हों, आज का जबाव तो बनता है।
तीसरी शायरी..
आरोपों और इल्जामात का दौर चले, कोई गिला नहीं,
झूठ के गुब्बारों को बुलंदी ममिले शिकवा नहीं।
हर परिणाम में प्रमाण देते हैं, वो शक की दुनिया को बढ़वा देते हैं,
शक का इलाज हकीम लुकमान के पास नहीं।