भोपाल। मध्यप्रदेश साइबर फ्राड करने वाले ठगों के निशाने पर है। राज्य में बीते एक साल के दौरान ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। 2023 की तुलना में इनमें 130 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। फर्जी कस्टमर केयर कॉल, डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के जरिए लोगों से हजारों लाखों रूपये ठगे जा रहे हैं। (Digital arrest case)
सरकार ने पेश किए आंकड़े
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री और गृह मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल के सवाल पर साइबर अपराध के आंकड़े शेयर किए। सीएम ने बताया कि साल 2024 में राज्य में कुल 26 मामले दर्ज हुए, जिनमें 12.60 करोड़ रुपये की ठगी की गई। अगर तुलना करें बीते साल यानी 2023 की तो उस समय डिजिटल अरेस्ट का केवल 1 मामला सामने आया था। जिसमें ₹96,968 का नुकसान हुआ था। (Digital arrest case)
सरकार द्वारा विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल राज्य में आए डिजिटल अरेस्ट के 26 मामलों में से 13 तो सिर्फ राजधानी भोपाल से सामने आए हैं। जिनमें लगभग 4 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
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सरकार की ओर से बताया गया कि पिछले साल की तुलना में इस साल ठगी से गंवाई राशि दोगुनी हुई है। वर्ष 2023 में डिजिटल ठगी के 444 केस दर्ज किए गए थे। जिसमें 45 करोड़ रुपए की ठगी हुई थी। वहीं साल 2024 में 521 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें 94 करोड़ रुपए के लगभग ठगी हुई है।
2023 और 2024…इन दो सालों में साइबर फ्रॉड से राज्य के लोगों को ₹150 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। 2023 में 444 मामले दर्ज हुए, जिनमें ₹44.26 करोड़ का नुकसान हुआ। 2024 में मामलों की संख्या बढ़कर 521 हो गई। साथ ही नुकसान बढ़कर ₹93.60 करोड़ हो गया, यानी इसमें 111% की बढोतरी दर्ज की गई है। वहीं अगर रिकवरी की बात करें तो साल 2023 में 20% की रिकवरी हुई थी, जो कि 2024 में घटकर केवल 9 फीसदी रह गई थी।