भोपाल। दुनिया से जाने के पहले अंगदान कर लोगों को नया जीवन देने वाले अंगदानियों को राजकीय सम्मान दिया जाएगा। ब्रेन डेथ रोगियों से अंगदान को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्तर पर यह प्रयोग शुरू करने की तैयारी है। इसका प्रस्ताव चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने तैयार कर शासन को भेज दिया है।(Organ Donor)
सितंबर से लागू करने की तैयारी
प्रस्ताव को शासन से स्वीकृति मिलने के बाद सितंबर से लागू किया जा सकता है। दु:ख की घड़ी में भी स्वजन को गर्व का अनुभव हो, इसलिए यह व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर अंगदानियों के स्वजन को सम्मानित किया जाएगा।(Organ Donor)
अंगदान के क्षेत्र में मप्र को मिल चुका है पुरस्कार
बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने बीते दिनों मध्य प्रदेश को अंगदान के क्षेत्र में तेजी से उभरते राज्य का पुरस्कार दिया है। प्रदेश में अब तक 60 ब्रेन स्टेम डेथ रोगियों का अंगदान हो चुका है।(Organ Donor)
दक्षिण के राज्यों में अंगदान की अच्छी जागरूकता
ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य नहीं है। तमिलनाडु सरकार ने वर्ष 2023, ओडिशा सरकार ने फरवरी 2024 और आंध्र प्रदेश ने इसी माह से राजकीय सम्मान देने का निर्णय लिया है। दक्षिण के राज्यों में अंगदान को लेकर अच्छी जागरूकता है। देश में ब्रेन डेथ रोगियों के अंगदान सबसे ज्यादा इन्हीं राज्यों में होते हैं।(Organ Donor)
इंदौर से शुरु हुआ था ब्रेन डेथ रोगियों का अंगदान
मध्य प्रदेश में ब्रेन डेथ रोगियों का अंगदान इंदौर में शुरू किया गया था। उसके बाद भोपाल में अंगदान शुरू हुआ। दोनों शहरों में लिवर, किडनी, पैंक्रियाज (अग्नाशय), फेफड़ा और कार्निया निकालने और जरूरतमंद को लगाने की सुविधा कुछ बड़े अस्पतालों में है।कई बार हृदय प्रत्यारोपण के लिए रोगी नहीं मिलते तो देश के दूसरे बड़े अस्पतालों से डॉक्टरों की टीम हार्ट ले जाकर ट्रांसप्लांट कर चुकी है। बता दें कि ब्रेन डेथ में ब्रेन काम करना बंद कर देता है, पर बाकी अंग कुछ देर तक काम करते रहते हैं। इसी दौरान उन्हें निकालकर रोगी को लगाया जाता है।(Organ Donor)
बीजेपी महिला मोर्चा ने सावन महोत्सव का किया आयोजन, सीएम साय ने माताओं-बहनों को दी बधाई
‘अस्पताल में ही अंगदानी को दिया जाएगा सम्मान’
चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि अंगदान के बाद अस्पताल में ही अंगदानी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। ब्रेन डेथ रोगियों में अंगदान को प्रोत्साहित करने के लिए ये प्रयास किया जा रहा है। इतना ही नहीं 15 अगस्त और 26 जनवरी को अंगदानी के परिजन को सम्मानित भी किया जाएगा।