जापान। देश के ठंडे मौसम में भारतीय सिनेमा की गर्माहट का अहसास हो रहा है, जहां प्रसिद्ध निर्देशक एसएस राजामौली और उनकी पत्नी रमा राजामौली अपनी फिल्म ‘आरआरआर’ की सफलता का जश्न मना रहे हैं। इस फिल्म ने न केवल भारत में बल्कि विदेशी ज़मीन पर भी अपनी छाप छोड़ी है।
विशेष प्रशंसक से मुलाकात
हाल ही में, 18 मार्च को जापान के एक थिएटर में ‘आरआरआर’ की स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया, जहां राजामौली ने अपनी पत्नी के साथ एक विशेष प्रशंसक से मुलाकात की। इस 83 वर्षीय प्रशंसक ने उन्हें ओरिगेमी क्रेन का तोहफा दिया, जो जापानी संस्कृति में अच्छे भाग्य और स्वास्थ्य का प्रतीक है। राजामौली ने इस अनोखे उपहार के लिए अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और इस भावनात्मक मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं।
फिल्म की लोकप्रियता और प्रशंसा
इस घटना को और भी खास बनाते हुए, ‘आरआरआर’ के आधिकारिक पेज ने जापानी दर्शकों का फिल्म की रिलीज़ के 513वें दिन आनंद लेते हुए एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में दर्शकों का उत्साह और फिल्म के प्रति उनका प्यार साफ नज़र आ रहा था। ‘आरआरआर’ की सफलता की कहानी यहीं नहीं रुकती। फिल्म ने ‘नाटू नाटू’ गीत के लिए ऑस्कर अवॉर्ड जीता है और विश्वभर में कई पुरस्कारों के साथ-साथ आलोचनात्मक प्रशंसा भी प्राप्त की है। जापान में इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग के लिए टिकट बिक्री शुरू होने के एक मिनट के अंदर ही समाप्त हो गई, जो इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है।
भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान
एसएस राजामौली की ‘आरआरआर’ ने न केवल भारतीय सिनेमा की शक्ति को दिखाया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि कला और संस्कृति की कोई सीमा नहीं होती। जापान में उनके अनुभव और प्रशंसकों के प्यार ने इसे और भी विशेष बना दिया है।