बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर (BJP leader Ajay Singh) से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां बीजेपी नेता अजय सिंह को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। आदिवासी युवक के साथ गाली-गलौच करने के मामले में पार्टी ने यह कदम उठाया है। प्रदेश महामंत्री और मुख्यालय प्रभारी जगदीश रामू मेहरा ने आज इसका आदेश जारी किया। उन्होंने अजय सिंह के इस व्यवहार को पार्टी के खिलाफ और अनुशासन का उल्लघंन बताया।
बता दें कि पुलिस (BJP leader Ajay Singh) ने दो दिन पहले ही अजय सिंह को अरेस्ट किया था। वो फिलहाल जेल में बंद है। गाली गलौच करने को लेकर आदिवासी समाज ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। उनका कहना था कि पीड़ित युवक ने बांगापाल थाने में अजय सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था।
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क्या है विवाद?
जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में क्रशर प्लांट को दोबारा खोला गया है। ब्लास्टिंग होने की वजह से यहां के आसपास के घरों में दोबारा दरारें आना प्रारंभ हो गया है। इसके बीजेपी नेता अजय सिंह कुछ स्थानीय लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्लांट के दोबारा शुरू होने का विरोध किया। इस दौरान ठेकेदार सुरेश चंद्राकर से उनका विवाद हो गया।
ठेकेदार सुरेश के साथ एक आदिवासी युवक भी था। बीजेपी नेता अजय पर आरोप है कि उसने उस आदिवासी युवक के साथ गालीगलौच की। जिसके बाद ठेकेदार सुरेश ने उस युवक साथ थाने जाकर बीजेपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
शिकायत दर्ज होने के बाद भी जब अजय सिंह की गिरफ्तार नहीं किया तो आदिवासी समाज ने इसका विरोध किया। सैंकड़ों लोग कलेक्टरेट का घेराव करने पहुंच गए। प्रशासन और पुलिस ने गिरफ्तारी का आश्वासन दिया तब वह वापस लौटे। वहीं दूसरी तरफ अजय सिंह की गिरफ्तारी की मांग कोलकर अजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की । उन्होंने अजय सिंह को गुंडा बताते हुए उन पर बहुत से आरोप लगाए।
बता दें कि अजय सिंह पहले कांग्रेस पार्टी में थे। दो साल पहले उन्हें पार्टी विरोधी एक्टिविटी के चलते कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें 6 साल के लिए पार्ट से निष्कासित कर दिया था।